Edited By Updated: 15 Feb, 2017 08:40 AM
वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि धरना-प्रदर्शन अगर मर्यादा में रहता तो वह लक्ष्य भी प्राप्त करता है। संविधान और कानून के दायरे में धरना-प्रदर्शन पर
चंडीगढ़(धरणी):वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि धरना-प्रदर्शन अगर मर्यादा में रहता तो वह लक्ष्य भी प्राप्त करता है। संविधान और कानून के दायरे में धरना-प्रदर्शन पर अपनी बात रखने पर सभी को अधिकार है। वर्तमान में चल रहे जाट आरक्षण आंदोलन में कांग्रेस व इनैलो के नेता स्वयं उपस्थित होकर अपने कैडर को एक्टिवेट कर युवाओं के कंधों पर बंदूक रखकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। वित्त मंत्री यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इनैलो के समय कंडेला कांड हुआ था उसमें मारे गए लोग कौन थे, वे तो अपनी मांग रख रहे थे। क्या उस समय मृतकों के आश्रितों को मुआवजा दिया गया या नौकरी दी गई या मुकद्दमे वापस लिए गए।
कांग्रेस सरकार के समय भी जाट आंदोलन हुआ था और आज भी 100 लोगों पर 20-22 से अधिक मुकद्दमे दायर हैं। क्या कांग्रेस ने मुकद्दमे वापस लिए थे। सरकारी सम्पत्ति के नुक्सान की भरपाई आंदोलनकारियों से ही करने के लिए कमीशन तक बैठा दिया। इसके लिए कांग्रेस व इनैलो दोनों पार्टियों को समाज से माफी मांगनी चाहिए। वित्त मंत्री ने कहा कि संविधान व कानून की मर्यादा बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शासन-प्रशासन राजधर्म निभाने में सक्षम है।