Edited By Shivam, Updated: 24 Sep, 2019 01:23 PM
हरियाणा में विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी ने 45 उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल कर ली है। इस लिस्ट में बीजेपी में शामिल नेताओं के नाम हो सकते हैं। इसके साथ इस लिस्ट में नए चेहरों के नाम भी शामिल हो सकते हैं।
डेस्क: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राज्य में राजनीतिक तैयारियां तेज हो गई हैं। सभी राजनीतिक दलों में उम्मीदवारों के चयन पर विचार-विमर्श जारी है। इसी के तहत बीजेपी ने 45 उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल कर ली है। इस लिस्ट में बीजेपी में शामिल नेताओं के नाम हो सकते हैं। इसके साथ इस लिस्ट में नए चेहरों के नाम भी शामिल हो सक ते हैं।
वहीं इस बार भाजपा के लगभग एक-तिहाई विधायकों पर टिकट कटने की तलवार लटक रही है। इसके साथ ही साथ कुछ विधायकों की सीटें बदली जा सकती हैं, लेकिन इसमें पार्टी उन नेताओं को कोई रियायत नहीं देना चाहती, जो हार के डर से सीट बदलना चाहते हैं। जाट और मुस्लिम बहुल क्षेत्रों के कुछ नेता सीट बदलने की कोशिश कर रहे हैं।
इससे पहले चुनावी तैयारियों, प्रबंधन, प्रचार और मुद्दों को लेकर रविवार को समीक्षा बैठक हुई थी। बैठक में यह साफ हो गया कि चुनाव अभियान में केंद्रीय मुद्दे हावी रहेंगे। सरकार की उपलब्धियों का बखान तो होगा, लेकिन मोदी सरकार-दो के दौरान लिए गए बड़े व ऐतिहासिक फैसले जैसे अनुच्छेद-370 हटाना, तीन तलाक खत्म करना आदि आगे रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व ने भी राज्य के नेताओं को कहा है कि वे केंद्रीय मुद्दों को अहमियत दें। पार्टी का मानना है कि बड़ी जीत के लिए बड़े मुद्दों पर जाना जरूरी है। बीते लोकसभा चुनाव में राज्य की जिन लगभग एक दर्जन सीटों पर भाजपा पिछड़ी थी, उन सीटों को लेकर अभी भी दिक्कत बनी हुई है।
सूत्रों के अनुसार पार्टी के लगभग एक-तिहाई विधायकों की रिपोर्ट अच्छी नहीं है। इनमें से कुछ के टिकट काटे जा सकते हैं। साथ ही कुछ सीटों के विधायक और मंत्री अपनी सीटें बदलना चाहते हैं। कई जाट नेता भी गैर-जाट सीट से चुनाव लडऩे की कोशिश में हैं। हालांकि, केंद्रीय नेतृत्व ऐसे किसी नेता को सीट बदलने की अनुमति देने को तैयार नहीं है।