Edited By Isha, Updated: 12 May, 2020 04:41 PM
कोरोना वायरस संक्रमण के ख़तरे को देखते हुए पिछले काफ़ी समय से CSD कैंटीन बंद पड़ी थी जिसे आज खोल दिया गया है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कैंटीन प्रबंधन ने सामान लेने वाले उपभोक्ताओं से हाफ़ बाजू की शर्ट ना पहनकर
रेवाड़ी(मोहिन्दर)- कोरोना वायरस संक्रमण के ख़तरे को देखते हुए पिछले काफ़ी समय से CSD कैंटीन बंद पड़ी थी जिसे आज खोल दिया गया है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कैंटीन प्रबंधन ने सामान लेने वाले उपभोक्ताओं से हाफ़ बाजू की शर्ट ना पहनकर आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि कोई उपभोक्ता हाफ़ बाजू की शर्ट पहनकर आएगा तो एक बार छूट दे दी जाएगी अगर अगली बार वह उपभोक्ता हाफ़ बाजू शर्ट पहनकर सामान लेने आया तो उसे सामान नही दिया जाएगा।
कैंटीन मैनेजर कर्नल ब्रह्नसिंह ने बताया कि जो उपभोक्ता उम्रदराज़ है यानी कि 65 वर्ष या इससे ज़्यादा उम्र के है उन्हें भी कैंटीन में आने की इजाज़त नही है। रेवाड़ी-महेंद्रगढ़ रेलवे डबल फ़ाटक स्थित CSD कैंटीन के बाहर कैंटीन से सामान लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए कैंटीन के मुख्यद्वार पर सामान लेने वालों के लिए हिदायतों का नोटिस भी चस्पाया गया है। जिसके अनुसार कैंटीन में प्रवेश करने से पहले अपना तापमान की जांच करवानी करवानी होगी अगर किसी उपभोक्ता का तापमान 100 से ज़्यादा होगा तो उसके लिए कैंटीन में प्रवेश वर्जित रहेगा। इसके साथ ही फेस मास्क व हैंड वास करने के बाद ही अपनी बारी आने पर अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। कैंटीन मैनेजर कर्नल ब्रह्मसिंह ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखने के लिए गोल घेरों का प्रयोग करना ज़रूरी है।
उन्होंने बताया कि कैंटीन में समान ख़रीदने के लिए 5 काउंटर बनाएं गए है। जिनमें सभी सामान प्रत्येक काउंटर पर उपलब्ध होगा। उपभोक्ता एक लंबी छड़ी के इशारे से ही अपनी पसंद चुनेगा और पसंद करने के बाद बिल एटीएम कार्ड द्वारा ही पेय करना होगा। इतना ही नही सामान को किसी उपभोक्ता को छूने की इजाज़त नही दी जाएगी कैंटीन कर्मचारियों द्वारा ही उपभोक्ता द्वारा सलेक्ट किया गया सामान उन्हें उन तक पहुंचाया जाएगा। यह सभी फॉर्मेलटीज कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए की गई है। कैंटीन में आने वाले उपभोक्ताओं की एक सीमा तय की गई है अगर इस तय सीमा से ज्यादा उपभोक्ता आएंगे तो बाकी को अगले दिन पहले नंबर पर रखा जाएगा।