Edited By Shivam, Updated: 22 May, 2019 07:52 PM
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा प्रदेश के किसानों से धान की फसल बोने की मक्का बोने की सलाह पर भारतीय किसान यूनियन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाकियू के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने सीएम की इस सलाह पर कहा है कि यह सरकार की नालायकी है,...
कुरूक्षेत्र (रणदीप रोड़): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा प्रदेश के किसानों से धान की फसल बोने की मक्का बोने की सलाह पर भारतीय किसान यूनियन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाकियू के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने सीएम की इस सलाह पर कहा है कि यह सरकार की नालायकी है, सरकार को समय रहते वाटर रिचार्जिंग पर जोर देना चाहिए था, इसके लिए बाकायदा मास्टर प्लान बनाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के लिए फसलों को लेकर इस प्रकार योजनाएं पंजाब प्रदेश में भी लाई गई, लेकिन वे सारी फेल रही हैं। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि सरकार की यह योजना सफल नहीं होगी, क्योंकि सरकार अपनी बातों पर खरी नहीं उतरती। उन्होंने कहा कि किसान धान छोड़कर मक्के की बिजाई करने के लिए इस शर्त पर तैयार हैं कि किसानों को मक्के का भाव धान से ज्यादा या कम से कम धान जितने भाव मिले और मक्के की खरीद भी सरकार करे।
वहीं गुरनाम सिंह ने सरकार द्वारा मक्के के बीज फ्री में देने की बात ऊंट के मुंह में जीरे समान है। उन्होंने कहा कि 2000 की राशि देकर क्या धान के घाटे की पूर्ति की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करे कि मक्के के दाम धान के दाम के आसपास हों ताकि किसानों को नुकसान में उनकी भरपाई पूरी हो जाए। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों को अरहर की फसल के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, क्योंकि उसमें पानी की जरूरत नाम मात्र रहती है।