हरियाणा में 2025 तक सरकार लागू करेगी नई शिक्षा नीति: अनिल विज

Edited By Manisha rana, Updated: 14 Jun, 2022 07:29 PM

government will implement new education policy in haryana by 2025 anil vij

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य और तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि भाजपा सरकार नई शिक्षा पर चिंता कर रही है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के...

चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य और तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज ने कहा कि भाजपा सरकार नई शिक्षा पर चिंता कर रही है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति सन् 2020 लागू की गई थी जिसे 2030 तक पूरी तरह लागू करने का लक्ष्य है। मगर, हमने हरियाणा में फैसला किया है कि हम हरियाणा में नई शिक्षा नीति को 2025 तक पूरी तरह से लागू कर देंगे। 

विज मंगलवार को अम्बाला छावनी के एसडी कालेज के सभागार में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा नई शिक्षा नीति में बहुत बदलाव होना है और विद्यार्थियों को भिन्न-भिन्न विषय लेने का अधिकार नई नीति में होगा। उन्होंने कहा कि पहले हम गुलाम थे और अंग्रेजों को केवल आफिस का काम करने के लिए क्लर्क चाहिए थे और अंग्रेजों ने हमें केवल यहीं सिखाया। मगर, आजादी के 50-60 साल बाद भी यही शिक्षा नीति चलती रही, लेकिन आज पहली बार सरकार ने सोचा की देश को आगे बढ़ाने के लिए नई शिक्षा चाहिए और इसी वजह से यह नीति बनाई। हरियाणा सरकार नई शिक्षा नीति में कई नए पहलुओं को शामिल कर इस नीति को लागू करेगी और हम दृढ़ निश्चय से एक मजबूत एवं श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए हम आगे बढ़ेंगे। वहीं, समारोह में गृह मंत्री विज ने कालेज के 207 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया एवं कालेज गतिविधियों के लिए एसडी कालेज प्रबंधन को 20 लाख रुपए देने की घोषणा की। 

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज युवाओं के मन में भविष्य को चिंता रहती है कि वह आगे इंजीनियर, डॉक्टर, आईएएस या कुछ और बनें। मगर, हमारे देश में अच्छे राजनेताओं की कमी है। इसलिए युवा सोचें कि वह आगे चलकर राजनेता बनें और आगे चलकर अच्छे काम करें जिससे देश आगे बढ़ सके। श्री विज ने कहा कि हमारे देश में उपजाऊ जमीन, बहता पानी, मेहनत करने वाला किसान है और बहुत समय बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप एक अच्छा राजनेता आया जो आज देश को आगे ले जा रहा है, आज देश का नाम उन्होंने सारे विश्व में पैदा कर दिया है। लेकिन हमें स्थानीय स्तर पर भी अच्छे नेता चाहिए, इसकी बहुत जरूरत है। युवा अपनी यह भी सोच बनाए कि हम में से कोई न कोई अच्छा राजनेता भी बने। उन्होंने कहा कि हमने आजाद होने के बाद प्रजातंत्रिक व्यवस्था को अंगीकार किया और प्रजातांत्रिक व्यवस्था राजनेताओं के माध्यम से चलती है और हम अच्छे राजनेता पैदा नहीं करेंगे तो देश को हम आगे नहीं बढ़ा सकते। 

एसडी कॉलेज से ही शिक्षा उत्तीर्ण करने वाले गृह मंत्री अनिल विज ने संबोधन में कहा कि यह उनका अपना कालेज है। आज इस कालेज में कई गुणा ज्यादा निखार है। जब भी वह इस कालेज में आते हैं तो वह 50 साल पीछे चले जाते हैं। उन्होंने अपने कालेज दिनों को याद करते हुए कहा कि ‘उन्हें कालेज की वह खिड़की याद आ जाती है जहां लाइन में खड़े होकर वह अपनी कालेज फीस जमा कराते थे’, उन्हें उस समय के सभी प्रोफेसर जेके अरोड़ा, प्रो. दत्ता एवं अन्य याद आने शुरू हो जाते हैं जिनसे वह चर्चा करते थे। उनका राजनीति में प्रवेश भी इसी कालेज से हुआ था और आज वह जो कुछ हैं इस कालेज की दी शिक्षा की बदौलत हूं। उन्हें याद आता है हमारे प्रिंसिपल गोपाल दास जी थे और वह लंबी चर्चा राजनैतिक विषयों पर किया करते थे। आज उन्हें जब भी कालेज में बुलाया जाता है तो वह तमाम कार्यक्रम रद्द करके एसडी कालेज में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि उनके नजदीकी साथी जानते हैं कि चाहे वह 69 साल के हो गए हैं, मगर उन्होंने अपना बचपन बचाकर रखा हुआ है और आपको भी अपना बचपन बचाकर रखना चाहिए। 

गृह मंत्री अनिल विज ने कॉलेज गतिविधियों की प्रशंसा की और कहा कि एसडी कालेज ने अपने शिक्षा के स्तर को बरकरार रखा है जिसकी वह बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि बिना शिक्षा के अच्छे नागरिक तैयार नहीं किए जा सकते और अच्छे नागरिक तैयार करने में कालेज का योगदान रहा है। यहां कई गतिविधियां आयोजित की जाती हैं, आज ऐसी शिक्षा नीति बनानी है कि कालेज से पढ़ाई करके जब छात्र बाहर निकले तो वह अपने पैरों पर खड़ा होकर निकले, हमने इस तरह लोगों को तैयार करना है।

गृह मंत्री ने नेट परीक्षा उत्तीर्ण, मेरिटोरियस वर्ग के स्नातक एवं स्नातकोत्तर में शैक्षिक क्षेत्र, एनसीसी, एनएसएस, वायआरसी, वूमेन सेल, सांस्कृतिक क्षेत्र, खेल एवं अन्य क्षेत्रों सहित 207 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। कालेज के प्रथम बीदलान को संगीत के साथ साथ शिक्षा के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों के लिए कॉलेज के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने पीएचडी डिग्री प्राप्त सभी अध्यापकों को भी सम्मानित किया गया। इससे पहले कॉलेज प्राचार्य डा. राजिन्द्र सिंह, प्रबंधकारिणी समिति के प्रधान बृज किशोर सोनी, उपप्रधान देशबंधु, वित सचिव जगदीश अरोड़ा, नीलिंदरजीत कर संधू डायरेक्टर प्रिंसिपल द एसडी विद्या स्कूल एवं  जन संपर्क अधिकारी डॉ नवीन गुलाटी ने गृह मंत्री अनिल विज का कार्यक्रम में पहुंचने पर स्वागत किया। कालेज प्रबंधन की ओर से गृह मंत्री विज को शॉल एवं स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। 

कार्यक्रम की शुरूआत गृह मंत्री अनिल विज ने संत कबीर जयंती की सभी को हार्दिक शुभाकानाएं दी। उन्होंने कहा कबीर जी ने भक्तिकाल में अपने दोहों से लोगों को जागृत करने का प्रयास किया। उनके दोहे बहुत गहरा अर्थ लिए हुए होते थे। मंत्री विज ने कबीर जी के प्रचलित दोहे ‘चलती चक्की देख के, दिया कबीरा रोय, दो पाटन के बीच में साबुत बचा न कोए’ और ‘काल करे सो आज कर, आज करे सो अब, पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब’ पढ़े और इनका अर्थ भी बताया। उन्होंने कहा कि कबीर जी ने अनेक तरीकों और अनेक तरह से हमारा उस समय जो खोया हुआ समाज था, उसको जगाने का प्रयास साधारण भाषा में किया। उनके दोहों को ग्रंथ साहिब में भी स्थान मिला है जिसका रोज स्मरण किया जाता है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!