Edited By Deepak Paul, Updated: 03 Oct, 2018 11:06 AM
इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने गतदिवस समालखा नई अनाज मंडी स्थित एक पार्टी कार्यकर्ता की दुकान पर पत्र्रकारों से रूबरू हुए। जहां उन्होंने भाजपा सरकार को अाड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय खुद को किसान हितैषी बताकर स्वामीनाथन...
समालखा(अरविंद कुमार): इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने गतदिवस समालखा नई अनाज मंडी स्थित एक पार्टी कार्यकर्ता की दुकान पर पत्र्रकारों से रूबरू हुए। जहां उन्होंने भाजपा सरकार को अाड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय खुद को किसान हितैषी बताकर स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने का वायदा करने वाली सरकार अाज रिपोर्ट लागू करवाने की मांग करने वाले किसानों पर लाठीचार्ज कर रही है। सरकार की इस कार्रवाई का इनेलो विरोध करती है, सरकार के इस कदम की जितनी निंदा की जाए वो कम है। सरकार को चाहिए कि वे अपना तानाशाही रवैया छोड़कर किसानों से बातचीत कर रिपोर्ट को लागू करवाए, लेकिन सरकार लाठी बरसाने के इलावा कुछ नहीं कर रही है।
वहीं अशोक अरोड़ा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा गुरूद्वारा में न जाने पर कहा कि लोगों की भावनाओं से खेलना भाजपा का कल्चर है। ये भी उसका एक हिस्सा था। जिसकी हम कड़ी निंदा करते है। उन्होंने गुरूद्वारा में समय देकर न जा सिक्खों के साथ उन लोगों की भावनाओं को आहत करने का काम किया है जो गुरू ग्रंथ साहिब में आस्था रखते है। अरोड़ा ने कहा कि देश में सिक्ख समाज ने बहुत बड़ी कुर्बानियां दी है। जो इतिहास में दर्ज है। जहां तक बात पोस्टर की है जहां गुरू ग्रंथ होते है वहां किसी का पोस्टर नहीं होती। अगर मुख्यमंत्री को जरनेल सिंह भिंडरावाला की फोटो से आपत्ति है तो उसे पूरे हरियाणा में बैन कर देना चाहिए। लेकिन वहां जाकर सीएम को मत्था टेककर जरूर आना चाहिए था।