Edited By Deepak Paul, Updated: 30 Aug, 2018 12:20 PM
इंडोनेशिया के जकार्ता में चल रहे एशियाई खेलों में एक और भारतीय अरपिंदर सिंह ने 48 साल बाद ट्रिपल जम्प में 16.77 मीटर कूद कर भारत के नाम एक और गोल्ड करने में सफलता हासिल की है, लेकिन इस सफलता के पीछे अरपिंदर को किन किन कठिनाइयों से गुजरना पड़ा ये दर्द...
सोनीपत(पवन राठी): इंडोनेशिया के जकार्ता में चल रहे एशियाई खेलों में एक और भारतीय अरपिंदर सिंह ने 48 साल बाद ट्रिपल जम्प में 16.77 मीटर कूद कर भारत के नाम एक और गोल्ड करने में सफलता हासिल की है, लेकिन इस सफलता के पीछे अरपिंदर को किन किन कठिनाइयों से गुजरना पड़ा ये दर्द उसके परिवार की आंखों में छलकता है
अरिपन्द्र सिंह वैसे तो पंजाब के अमृतसर के रहने वाला है, लेकिन पंजाब सरकार की अनदेखी का शिकार होकर वह हरियाणा के सोनीपत में स्तिथ साई सेंटर में कड़ी मेहनत करने में जुट गया, अरपिंदर की बहन और जीजा ने बताया कि अरपिंदर शुरुआत से ही ट्रिपल जम्प में देश के लिए कुछ करना चाहता था, लेकिन पंजाब सरकार की खेल नीति से परेशान होकर वह सोनीपत आ गया और यहां अभ्यास करने में जुट गया, पंजाब सरकार ने उसकी अनदेखी की है, पांच साल से वह हरियाणा से मेहनत कर रहा है, हमे उम्मीद है कि हरियाणा सरकार उसे वही सम्मान और ईनामी राशि देगी जो वह अन्य खिलड़ियों को देगी।
अरपिंदर सिंह नाम के इस नोजवान को कल तक कोई भी नही जानता था, लेकिन एशियाई गेम्स में ट्रिपल जम्प में गोल्ड जीतने के बाद वे सुर्खियों में आ गया। उसे सोशल मीडिया पर बड़े से बड़े खिलाड़ी और राजनेता ने बधाई दी। उसके घर पर भी बधाई देने वालों का तांता लग गया।