थानेदार के बेटे की हत्या मामले में गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी सहित पांच गिरफ्तार

Edited By Shivam, Updated: 04 May, 2018 08:07 PM

gold medalist player arrested with five others in murder case

सिविल लाइन थाना के अंतर्गत दो मई को शीला बाईपास चौक के निकट थानेदार के बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चार आरोपी छात्र है, जबकि मामले में मुख्य आरोपी बॉक्सिंग का खिलाड़ी है और वह जूनियर नैशनल प्रतियोगिता...

रोहतक(दीपक भारद्वाज): सिविल लाइन थाना के अंतर्गत दो मई को शीला बाईपास चौक के निकट थानेदार के बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चार आरोपी छात्र है, जबकि मामले में मुख्य आरोपी बॉक्सिंग का खिलाड़ी है और वह जूनियर नैशनल प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल भी जीत चुका है। अपराध की दुनिया में पैर रखने के बाद बॉक्सर ने कई वारदातों को अंजाम दिया है और सरकारी गैंग का सदस्य है। पुलिस पांचों आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश करेगी। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

यह था मामला
जानकारी के मुताबिक, शीला बाईपास पर दो मई को लॉ के छात्र वीरेन्द्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने चचेरे भाई अंकित के बयान पर विक्की बॉक्सर, विजय बॉक्सर, अमन भैसवाल, राहुल राठोर व दीपक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। अंकित ने पुलिस को बताया था कि विक्की बॉक्सर ने नजदीक से वीरेन्द्र की छाती में गोली मारी थी। 

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गोल्ड मेडलिस्ट आरोपी पर पहले भी आठ मामले दर्ज
पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने मामले की जांच एंटी व्हीकल थैफ्ट टीम को सौंपी और टीम ने शुक्रवार को पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी विजय बॉक्सर बीए फाइनल का छात्र है, जबकि राहुल बीएससी करने के बाद एमएससी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा है। इसी तरह दीपक जाट कॉलेज का छात्र है और उसके खिलाफ पहले भी अवैध हथियार का एक मामला दर्ज है, जबकि अमन 12वीं कक्षा का छात्र है। मामले में मुख्य आरोपी विक्की बॉक्सर के खिलाफ हत्या व हत्या के प्रयास सहित आठ मामले दर्ज है। 

पूछताछ में आरोपी ने किया वीरेन्द्र की हत्या खुलासा
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया था कि 23 अप्रैल को वीरेन्द्र व दीपक उर्फ गुरू के साथ महारानी किशौरी कॉलेज के सामने झगड़ा हुआ था। उसके बाद 25 अप्रैल को जब सभी युवक समझौते के लिए बाबा मस्तनाथ के आगे इकठ्ठा हुए तो इनका फिर से झगड़ा हो गया और इसी झगडे के चलते वीरेन्द्र की हत्या की गई थी। घटना वाले दिन आरोपी पहले विक्की बॉक्सर के घर एकत्रित हुए और वही से विरेन्द्र की हत्या की योजना बनाकर विरेन्द्र को ढूंढने के लिए विक्की बॉक्सर की गाड़ी में सवार होकर निकले थे। जो काफी देर तलाश करने के बाद भी विरेंद्र नहीं मिला तब सभी आरोपी वापिस जा रहे थे तभी विरेंद्र अपने साथियों के शीलाबाईपास स्थित बालाजी गली में मिला। आरोपी विरेन्द्र को गोली मारकर मौके से फरार हो गए।

2011 से अपराध जगत में रखा कदम
वीरेन्द्र हत्याकांड में मुख्य आरोपी विक्की बॉक्सर बॉक्सिंग का एक उम्दा खिलाड़ी रहा है। इसके बॉक्सिंग के गेम से ही प्रभावित होकर इसके बाकी बॉक्सिंग के साथियों व अन्य लोगो ने उसका नाम बॉक्सर रख दिया। आरोपी ने सन् 2009 में जूनियर नेशनल प्रतियोगिता देहरादून में बॉक्सिंग में गोल्ड मैडल प्राप्त किया था और स्टेट लेवल पर भी 2 गोल्ड और 2 सिल्वर मेडल जीत रखे है। वर्ष 2011 में विक्की बॉक्सर ने अपराध जगत में कदम रखा और अपने दोस्त के साथ मिलकर मोनू निवासी जुलाना का कत्ल किया था।

आरोपी ने बाद में राजेश सरकारी गैंग जॉइन कर लिया। सरकारी की मां जब बीमार होने के कारण पीजीआईएमएस में दाखिल थी तब विक्की बॉक्सर ने सरकारी की मां के लिए रक्त दान किया और राजेश सरकारी का विश्वसनीय साथी बन गया। वर्ष 2017 में विक्की बॉक्सर एम्बुलेंस में सवार होकर भंडारी निवासी ब्रहामनवास का कत्ल करने के लिये जिन्द्रान रोड पर गोली मारी थी, जिसमे भंडारी को 5 गोलियां लगी थी जिसमें भंडारी बच गया था। भंडारी जो बिद्रो गैंग का सक्रिय सदस्य है और फिलहाल सुनारिया जेल में बन्द है। 

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