Edited By Deepak Paul, Updated: 21 Jun, 2018 02:43 PM
हरियाणा सरकार प्रदेश में बागवानी पर बिशेष रूप से सक्रिय है और सरकार की इसी बागवानी मुहिम को फरीदाबाद का गांव फतेहपुर बिल्लोच पिछले लगभग 35 सालों से संजोकर रखे हुए। गांव के खेतों में 12 महीने रंजनीगंधा, लिली, ग्लाईडोला, गेंदा और गुलाब के फूल लहलाहते...
फरीदाबाद(अनिल राठी): हरियाणा सरकार प्रदेश में बागवानी पर बिशेष रूप से सक्रिय है और सरकार की इसी बागवानी मुहिम को फरीदाबाद का गांव फतेहपुर बिल्लोच पिछले लगभग 35 सालों से संजोकर रखे हुए। गांव के खेतों में 12 महीने रंजनीगंधा, लिली, ग्लाईडोला, गेंदा और गुलाब के फूल लहलाहते हुए नजर आते हैं। जिन्हें किसान राजधानी क्षेत्र दिल्ली की गाजीपुर मंडी में बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं।
सबसे बडी बात तो हैं कि इस गांव के किसान आधुनिक लाभकारी खेती करते हैं और इन फूलों की खेती को गर्मी के मौसम में भी पानी की कम मात्रा में किया जाता है। फतेहपुर बिल्लोच पूरे प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक मात्र गांव ऐसा है जहां सबसे अधिक मात्रा में फूलों की खेती की जाती है, जो पेड पौधे लगाने जैसे अभियान में एक मात्र हिस्सा ही नहीं बल्कि सहायक भी है।
खेतों में लहराहते हुए फूलों को जो अपनी खुशबू और हरियाली से पूरे गांव को ही नहीं देश विदेशों में भी अपनी छाप छोड चुके हैं, जी हां ये फूल रजनीगंधा के हैं जो अपनी खूबी और खुशबू के लिए जाने जाते हैं, इस गांव में सालों साल से रजनीगंधा ही नहीं अन्य फूलों की भी खेती की जाती है। जिसमें लिली, ग्लाईडोला, गेंदा और गुलाब के फूल भी शामिल हैं।
इस संबंध में यहां के किसान यशमोहन सैनी ने बताया कि वे कई वर्षों से फूलों की खेती कर रहे हैं। एक एंकड़ खेत में करीब 80 हजार रुपए के बीज लगते हैं। फूलों की देखभाल के लिए उसमें खाद्य और पानी लगता है। जिसका खर्च कुलमिलाकर सवा लाख रूपए तक पहुंच जाते हैं। जो उन्हें माजीपुर मंडी से 3 लाख रूपये दिलवाते हैं जिसे उनकी लागत भी निकल जाती है। इसलिए सारा गांव ही अब फूलों की खेती करने में लगा है.।