Edited By Shivam, Updated: 28 Sep, 2020 06:36 PM
जहां एक ओर कृषि कानूनों को लेकर किसान देश भर में धरना प्रदर्शन के साथ केन्द्र सरकार को कोसते हुए इन कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने कृषि कानूनों को लेकर बयान दिया है। बीरेन्द्र सिंह...
नई दिल्ली (कमल कांसल): जहां एक ओर कृषि कानूनों को लेकर किसान देश भर में धरना प्रदर्शन के साथ केन्द्र सरकार को कोसते हुए इन कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने कृषि कानूनों को लेकर बयान दिया है। बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों को समझने में अभी वक्त लगेगा और अगर सुधार की जरूरत होगी तो सुधार किए जाएंगे। उन्होंने जीएसटी का उदाहरण देते हुए कहा कि जीएसटी कानून बनने के बाद उसमें बहुत सुधार हुए थे, इसी कृषि कानूनों में सुधार किया जा सकता है।
कृषि कानूनों पर पहली बार बयान देते हुए किसान नेता बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि बीजेपी के किसान मोर्चा सहित हम लोग मानते हैं कि कहीं ना कहीं किसान संगठनों से बात करके इस बिल की बारीकियां बिल लाने से पहले समझाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को समझने में अभी वक्त लगेगा।
उन्होंने कहा कि कृषि जगत से जुड़े तमाम एक्सपट्र्स देश में खेती-बाड़ी के लिए इन्हें क्रांतिकारी कानून बता रहे हैं। कृषि कानून देश में कृषि व्यवस्था को बदलने के लिए विश्व स्तर के व्यापक बदलाव हैं। बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि किसान का बेटा हूं अगर किसानों के साथ कुछ गलत हुआ तो मैं उसका साथ कभी नहीं दूंगा।