Edited By Punjab Kesari, Updated: 27 Oct, 2017 12:39 PM
प्रदेश भर में जहां हरियाणा सरकार पुलिस विभाग को आधुनिक इमारतों व हाईटैक उपकरणों से अपडेट करने में लगी हुई है वहीं कस्बा सतनाली थाना की जर्जर इमारत से पुलिसकर्मी खुद खौफ के साए में काम करने को मजबूर हैं। परिसर में बनी बैरक सैंकड़ों साल पुरानी होने से...
महेंद्रगढ़(मोहन/परमजीत): प्रदेश भर में जहां हरियाणा सरकार पुलिस विभाग को आधुनिक इमारतों व हाईटैक उपकरणों से अपडेट करने में लगी हुई है वहीं कस्बा सतनाली थाना की जर्जर इमारत से पुलिसकर्मी खुद खौफ के साए में काम करने को मजबूर हैं। परिसर में बनी बैरक सैंकड़ों साल पुरानी होने से जर्जर हालात में पहुंच चुकी है। दीवारों से लेकर छतों का प्लास्टर टुकड़ों में गिर रहा तो वहीं बिल्डिंग में दरारें पड़ गई हैं जबकि समस्या आला अफसरों तक की जानकारी में है।
अंग्रेजों के जमाने की है बैरक
अंग्रेजों के जमाने में सैंकड़ों वर्ष पहले बने सतनाली थाना की जर्जर बैरक में किसी भी समय जवानों के साथ बड़ा हादसा हो सकता है। सतनाली थाना भले ही 115 साल पुराना हो चुका है लेकिन यहां समस्याओं की कमी की जगह इजाफा ही होता रहा है। थाना परिसर के अंदर एक बड़ी बैरक, पुलिसकर्मियों के लिए 7 कमरे व मालखाना जो जर्जर हालत में हैं, जिनकी दीवारें व छत बिल्कुल जर्जर हो चुकी हैं। आरक्षियों के क्वार्टर तो बदतर स्थिति में पहुंच चुके हैं।
थाने की जर्जर छत से टपकता बारिश का पानी व प्लास्टर ने जवानों के होश उड़ाए हैं कि किसी दिन जर्जर छतें हादसे का सबब न बन जाएं। क्वार्टरों के जर्जर हालत के कारण उनमें झाड़-झखाड़ उग आए हैं। वर्षों से ग्राम पंचायतें उच्चाधिकारियों को थाने के जर्जर भवन व गांव से थाना बनवाने की शिकायत को लेकर पत्र लिखती रही हैं परंतु उनकी समस्या का हल नहीं हो पा रहा। इससे साफ ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस खुद की सुरक्षा करने में लाचार दिखाई दे रही है।