Edited By Punjab Kesari, Updated: 26 Mar, 2018 10:45 PM
हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डा. अभिलक्ष लिखी ने किसानों से फसलों में कीटनाशकों के प्रयोग को कम करने और उनसे विशेषरूप से जैविक खेती अपनाने का आह्वान किया है। डा0 लिखी ने यहां आयोजित तृतीय कृषि लीडरशिप सम्मेलन के तहत किसानों,...
रोहतक (दीपक भारद्वाज): हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डा. अभिलक्ष लिखी ने किसानों से फसलों में कीटनाशकों के प्रयोग को कम करने और उनसे विशेषरूप से जैविक खेती अपनाने का आह्वान किया है। डा0 लिखी ने यहां आयोजित तृतीय कृषि लीडरशिप सम्मेलन के तहत किसानों, कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों तथा कृषि वैज्ञानिकों की बैठक को मुख्यातिथि के रूप में संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि जैविक खेती समय की मांग है जिससे किसानों की आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। जैविक खेती जनमानस के साथ-साथ मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होती है। किसानों को जैविक खेती की ओर लौटने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि आज के दौर में खेतीबाड़ी में कीटनाशकों का उपयोग बड़े स्तर पर किया जा रहा है जिससे लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। बिना सही जानकारी के कीटनाशकों के उपयोग को उचित नहीं कहा जा सकता। पुराने दौर में किसानों को कीटनाशकों की आवश्यकता ही नहीं होती थी। लेकिन अब किसानों की की कीटनाशकों पर निर्भरता ज्यादा हो गई है जिसे कम करने की जरूरत है ताकि भूमि की उर्वरा शक्ति कायम रखी जा सके।
प्रधान सचिव ने फसलों के विविधिकरण पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि केवल एक-दो फसलों की पैदावार में लगे रहना लाभप्रद नहीं होगा। इसलिए किसानों को परंपरागत धान-गेहूं की फसलों से ऊपर उठकर बागवानी की ओर बढऩा चाहिए।