Edited By Shivam, Updated: 02 Dec, 2018 10:45 PM
जहां प्रदेश की सरकार एक तरफ किसानों की आय को दुगना करने को लेकर नई-नई योजनाओं पर काम कर रही है। लेकिन किसानों को उसकी फसल के लिए यूरिया खाद तक नहीं मिल रही है। ऐसा ही मामला पलवल के होडल में सामने आया है। जहां पर...
पलवल(दिनेश): जहां प्रदेश की सरकार एक तरफ किसानों की आय को दुगना करने को लेकर नई-नई योजनाओं पर काम कर रही है। लेकिन किसानों को उसकी फसल के लिए यूरिया खाद तक नहीं मिल रही है। ऐसा ही मामला पलवल के होडल में सामने आया है। जहां पर खाद के लिए महिलाओं को भी लाइनों में लगना पड़ रहा है। लेकिन उसके बाद भी महिलाओं को खाद नहीं मिल पा रही है।
गेंहू की फसल की बिजाई से लेकर यूरिया के दाने दाने के लिए किसान मारे मारे फिर रहे हैं, आपस में लाइनों में खड़े होकर एक दूसरे को धक्का मुक्की कर रहे हैं। यूरिया की किल्लत को लेकर दो किसानों में कहासुनी भी हो गई। जिसको लेकर मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा और पुलिस ने सही तरीके से किसानों को लाइनों में खड़े किया और खाद बंटवाई।
रविवार को सरकारी खाद एजेंसी इफको पर 3300 के करीब यूरिया खाद के कट्टे किसानों को वितरण करने के लिए आए। सुबह 5 बजे से ही महिला, पुरुष किसान लाइनों में लग गए और खाद एजेंसी के अधिकारी 9 बजे केंद्र पर पहुंचे और किसान और महिलाऐं अपने काम धंधे को छोड़कर खाद के लिए इतनी जल्दी लाइनों में लग गए। लेकिन उसके बाद भी खाद का वितरण ठीक प्रकार से नहीं हो पाया। हारकर एजेंसी के अधिकारियों को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी, क्योंकि भीड़ बढऩे लगी तो किसान आपस में खाद की मारामारी को लेकर आगे आने लगे।
वहीं किसानों का कहना है कि खेत मे खाद को लेकर उन्हें सुबह 5 बजे से लाईन में लगना पड़ रहा है, बावजूद इसके लेकिन खाद नहीं मिल पाई। किसानों का कहना है की सरकार की गलत नीतियों के चलते खाद के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है। ऐसे रहा तो सरकार किस तरह से किसानों की आय दुगनी कर पाएगी।