Edited By vinod kumar, Updated: 09 Jan, 2021 09:45 PM
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर जारी आंदोलन में शनिवार को एक किसान ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली। मृतक किसान का नाम अमरिंदर सिंह है, जोकि पंजाब के फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला था। पुलिस ने किसान के शव को कब्जे में लेकर...
सोनीपत (पवन राठी): केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर जारी आंदोलन में शनिवार को एक किसान ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली। मृतक किसान का नाम अमरिंदर सिंह है, जोकि पंजाब के फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला था। पुलिस ने किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल में भिजवा दिया है, जहां पर कल उसका पोस्टमार्टम होगा। अब सोनीपत सिंघु बॉर्डर पर जान गवाने वाले किसानों की संख्या 10 हो गई है।
जानकारी के मुताबिक सिंघु बॉर्डर पर अमरिंदर सिंह ने पहले जहरीला पदार्थ खा लिया और उसके बाद वह धरने पर जाकर बैठ गया। जब उसके साथियों को यह पता चला कि उसने जहर खाया तो उसे आनन-फानन में सोनीपत के एक निजी अस्पताल में लेकर आए, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पूरे मामले पर किसान नेता बलदेव सिरसा ने कहा कि हमारे एक और साथी अमरिंदर सिंह जो कि पंजाब के फतेहगढ़ साहब का रहने वाला था ने सरकार की कुनीतियों के चलते जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। उसने आखिरी शब्द यह कहे थे कि मेरी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी और हम यहां से जीतकर जाएंगे।
वहीं इस पूरे मामले में जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह ने कहा कि हमें सूचना मिली थी कि धरने पर एक किसान ने जहरीला पदार्थ खा लिया है और उसकी मौत हो गई है। मृतक किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत के सामान्य अस्पताल में लाया गया है, जहां पर कल उसका पोस्टमार्टम होगा।