Edited By Deepak Paul, Updated: 10 Jan, 2019 09:18 PM
भिवानी सीआईए पुलिस ने एक ऐसे फर्जी नोट गिरोह का पर्दाफाश किया है जो जेल में रहते हुए लोगों को ठगने की साजिस बना रहे थे। पुलिस के मुताबिक सीआईए टीम दिल्ली-सिरसा रोङ स्थित मुंढाल चौक पर चैकिंग कर रही थी...
भिवानी (अशोक भारद्वाज): भिवानी सीआईए पुलिस ने एक ऐसे फर्जी नोट गिरोह का पर्दाफाश किया है जो जेल में रहते हुए लोगों को ठगने की साजिस बना रहे थे। पुलिस के मुताबिक सीआईए टीम दिल्ली-सिरसा रोङ स्थित मुंढाल चौक पर चैकिंग कर रही थी। इसी दौरान सीआईए पुलिस टीम ने एक गाङी के पास तीन युवकों को लङ रहे थे। पुलिस ने जब इनसे लङाई का कारण जाना तो वो युवक सहम गए।
पुलिस ने संदेह के आधार पर तीनों को गिरफ्तार किया। पुलिस टीम ने गाङी की तलाशी ली तो उसमें रखे नोटों के बैग देखा और गाङी में कई बैग ऐसे थे जो नोटों से भरे हुए थे। साथ ही गाङी की नंबर प्लेट पर फर्जी नंबरों को टेप लगाई हुई थी।
वहीं पुलिस ने मामले की पड़ताल के लिए पुछताछ की तो पता चला कि ये एक गिरोह है जो लोगों को असली नोटों के बदले तीन गुणा नकली नोट देकर रातों रात करोङ पति बनाने का झांसा देकर ठगी करता है। सीआईए टीम के जांच अधिकारी एएसआई अनिल कुमार ने बताया कि नरवाना के वार्ड नंबर 23 निवासी विजय, हिसार जिला के गांव पिरावाली निवासी रणजीत व सतनाम को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि ये युवक भोलेभाले लोगों को अपने जाल में फंसाते और असली नोटों के बदले असली की तरह दिखने वाले तीन गुणा नकली नोट देने का झांसा देते। उन्होने बताया कि ये बङी ही सफाई से सफेद कागजों की गढी बनाकर उसके उपर व नीचे एक-एक नोट असली लगा देते।
एएसआई अनिल कुमार ने बताया कि ये तीनों युवक पहले भी हिसार जिला के सदर थाना क्षेत्र में ठगी के कई मामले कर चुके हैं। जिनके चलते ये हिसार जेल में बंद थे। इस बार इन्होने हिसार जेल में लोगों को झांसे में लेकर नकली नोटों के नाम पर रातों रात करोङपति बनने की योजना बनाई। उन्होने बताया कि इनकी गाङी से बैगों में रखे एक लाख 56 हजार 500 रुपये के असली नोट और नोटों से साईज के 2548 सफेद कागज मिले हैं। उन्होने बताया कि फिलहाल तीनों युवकों से पुछताछ जारी है।