Edited By Manisha rana, Updated: 05 Mar, 2021 08:23 AM
समाज कल्याण विभाग के कार्यालय में गुरुवार को हजारों की संख्या में पहुंचे बुजुर्गों ने अपनी बुढ़ापा पैंशन को लेकर जमकर हंगामा कर रोष प्रकट किया। बुजुर्गों का कहना था कि सरकार द्वारा हर माह के पहले गुरुवार को केवल 60 ...
यमुनानगर : समाज कल्याण विभाग के कार्यालय में गुरुवार को हजारों की संख्या में पहुंचे बुजुर्गों ने अपनी बुढ़ापा पैंशन को लेकर जमकर हंगामा कर रोष प्रकट किया। बुजुर्गों का कहना था कि सरकार द्वारा हर माह के पहले गुरुवार को केवल 60 बुजुर्गों का आयु प्रमाणपत्र जारी करने के आदेश दिए हुए है। लेकिन यहां पर दूर दराज के गांवों से हजारों की संख्या में बुजुर्गो ने सरकार और विभाग की इस व्यवस्था पर सवाल उठाया और कहा कि वे सुबह 4 बजे से उठकर अपने सभी जरूरी काम और अपनी दिहाडी मजदूरी छोडकर आये हैं। लेकिन यहां पर उनके फार्म नही भरे जा रहे हैं और इस संबंध में विभाग भी उनकी इस समस्या का कोई हल बताने को तैयार नही है।
यहां पहुंचे नसीम, भानो, नीलम, अंगूरी, रामभज, कविता, हेमलता आदि का कहना था कि यहां पर केवल 50 से 60 बुजुर्गों के मैडीकल हो रहे हैं ताकि उनकी उम्र का पता लगाया जा सके। लेकिन यहां तो हजारों की संख्या में पेंशन धारक पहुंच रहे हैं। इतना ही नहीं स्कूल का सर्टीफिकेट भी मांगा जा रहा है। जिस पर इनका कहना है कि यदि इनके पास स्कूल सर्टीफिकेट होता तो मैडीकल की प्रामाणिकता के लिए यहां आते ही क्यूं। उन्होंने कहा कि यहां पर कई प्रकार के दलाल भी घूम रहे हैं। कुछ जनप्रतिनिधि यहां अपने वार्ड से लोगों को लेकर आए हुए हैं लेकिन यहां धक्कामुक्की के अलावा किसी को कुछ हासिल होने वाला नहीं है। मैडीकल के लिए यहां पहुंची कई महिलाएं तो चक्कर खाकर गिर गई। हर महिला यहां लगभग अनपढ़ ही पहुंची, क्यूंकि जब भी अधिकारी उससे पढ़ाई के बारे में पूछती तो वे सब अपने आप को अनपढ़ ही बताती।
भारी भीड़ की वजह से फैली अव्यवस्था
मौके पर पहुंचे बुजुर्गों का कहना था कि यह काम केवल एक ही जिला मुख्यालय पर नहीं होना चाहिए बल्कि यह काम तो वार्ड स्तर व गांव स्तर पर ही किया जाना चाहिए। ताकि लोगों की परेशानी खत्म हो और प्रशासन को भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत न आए। एक ही दिन यहां हजारों की संख्या में लोगों के पहुंचने से अव्यवस्था फैल रही है। क्यूंकि यहां पर सभी पेंशन से जुड़े मैडीकल के लिए पहुंचते हैं और सब वरिष्ठ नागरिक हैं इसलिए अधिक देर यहां खड़े भी नहीं हो सकते। बहुत से लोगों की तो अचानक तबीयत भी बिगड़ गई और धक्का मुक्की के बीच जमीन पर भी गिर गए। इस दौरान गिरी महिला को तो उपस्थित डाक्टर ने चैक भी किया और उसे आराम करने की सलाह दी। इस बुजुर्ग महिला का कहना था कि पेंशन के नाम पर उन्हें परेशान किया जा रहा है।
कोरोना की भी नहीं थी किसी को परवाह
आजकल जिस प्रकार कोरोना काल चल रहा है और कोरोना के केसों में लगातार वृद्धि हो रही है ऐसे में समाज कल्याण विभाग के कार्यालय में जमा भीड़ किसी बड़े कोरोना विस्फोट से कम नहीं। लाईनों में सभी बुजुर्ग एक दूसरे के साथ सटे हुए थे। कोई सामाजिक दूरी, कोई मास्क नहीं ऐसे में कोरोना फैलने का भय तो बना ही रहता है। जबकि प्रशासन आए दिन सरकार की गाईडलाईन की पालना की कहता है। लेकिन सरकारी कार्यालयों में ही सरकारी गाईडलाईन्स की धज्जियां उड़ रही हैं। बुजुर्गों का मैडीकल कर रहे पैनल में डा. सचिन व डा. नीरज सिंधू का कहना था कि वे तो अपनी ओर से प्रयास कर रहे हैं कि अधिक से अधिक बुजुर्गों का मैडीकल किया जा सके। अपनी ओर से वे अपना काम पूरी निष्ठा और पारदर्शिता से कर रहे हैं।
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