Edited By Rakhi Yadav, Updated: 22 May, 2018 11:31 AM
हरियाणा के हिसार की रहने वाली शिवांगी पाठक ने मात्र 16 वर्ष की आयु में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर फतेह हासिल की। शिवांगी को बधाई देते हुए कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि अपनी बहादुरी, दृढ़ निश्चय और मेहनत से जो करिश्मा....
हिसार: हरियाणा के हिसार की रहने वाली शिवांगी पाठक ने मात्र 16 वर्ष की आयु में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर फतेह हासिल की। शिवांगी को बधाई देते हुए कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि अपनी बहादुरी, दृढ़ निश्चय और मेहनत से जो करिश्मा उन्होंने करके दिखाया है। उससे हिसार का नाम हरियाणा ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर भी ऊंचा हुआ है।
शिवांगी की मां आरती पाठक और पिता राजेश पाठक का कहना है कि शिवांगी जब 14 वर्ष की थी तो उसने एक मोटिवेशन वीडियो देखी। जिसके बाद उसने तय किया कि उसे कुछ अलग ही करना है। फिर उसने पर्वतारोही प्रशिक्षण शुरू कर दिया।
प्रशिक्षण के दौरान शिवांगी ने केदारनाथ, बद्रीनाथ जैसी कई कठिन चढ़ाई की और अब माउंट एवरेस्ट की चोटी को छूकर फतह की। उन्होंने अपने अद्भुत करिश्मे से देश की बेटियों के सामने उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है और संदेश दिया है कि हर माता-पिता अपनी बेटियों के सपने को पूरा करने के लिए उन्हें पूरी आजादी देकर उनका हौंसला बढ़ाए।
बिश्नोई ने कहा कि बेटियां किसी भी तरह से बेटों से कम नहीं है और शिवांगी ने तो अपनी उम्र को भी इस कामयाबी में आड़े नहीं आने दिया। युवाओं के लिए वे नई प्रेरणा बनकर उभरी है। इसके लिए उनके अभिभावकों की भी जितनी तारीफ की जाए कम है।