Edited By vinod kumar, Updated: 19 Nov, 2019 04:50 PM
हरियाणा ऊर्जा विभाग की बैठक शुरू हो गई है। यह बैठक बिजली मंत्री रंजीत सिंह की अध्यक्षता में हो रही है। बिजली मंत्री बनने के बाद रंजीत सिंह की यह पहली बैठक है। बैठक में ऐसीएस टीसी गुप्ता मौजूद हैं। इसमें ऊर्जा विभाग के तमाम बड़े अधिकारी मौजूद हैं।
चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा के ऊर्जा मंत्री बनने के बाद आज चंडीगढ़ में चौधरी रणजीत सिंह जी ने अपने विभाग की बैठक ली। इस दौरान उन्होड्डने अधिकारियों को मुस्तैदी और तेजी से काम करने के निर्देश दिए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए रणजीत सिंह ने कहा कि बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को पूरे हरियाणा में लटकती हुई तारों को 15 दिन में हटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं करने वाले अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा के कुछ क्षेत्रों बाढड़ा, फतेहाबाद, जींद ,झज्जर आदि में लोग बिजली का बिल नहीं भरते थे, लेकिन पिछले 1 साल में स्थिति में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को रबी सीजन की बिजाई के लिए 10 घंटे बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 40 लाख टन पराली हर साल पैदा होती है। सरकार करीबन 50 लाख टन पराली की खपत की अपनी क्षमता बढ़ा रही है। जो अगले साल तक पूरी हो जाएगी। सरकार ने पराली के वैकल्पिक प्रयोग करने के लिए 4 केंद्र बनाए हैं। जहां पर पराली का प्रयोग अन्य विकल्पों में किया जाएगा।
उन्होंने ने बताया कि रिन्यूएबल ऊर्जा को बड़े स्तर पर प्रोत्साहन करने की भी योजना विभाग ने बनाई है। हिसार, सिरसा, फतेहाबाद आदि जिलों में ढाणियों में रहने वाले लोगों को 7500 हजार रुपये की लागत पर तीन लाइटें एक बल्ब और एक मोबाइल चार्जर और सोलर प्लेट्स दी जाएंगी। जगमग योजना पर बोलते हुए रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि योजना काफी अच्छी है और सुधार की जो प्रक्रिया है वह जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कहा कि अगले 15 दिन में उनके विभाग के काम करने के नतीजे सामने आने लगेंगे।