Edited By vinod kumar, Updated: 03 Jul, 2020 05:02 PM
केंद्र की ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर निजीकरण के विरोध में प्रदेश भर के कर्मचारी सड़कों पर उतरे। इस दौरान कर्मचारियों ने एकत्रित होकर केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे...
डेस्क: केंद्र की ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर निजीकरण के विरोध में प्रदेश भर के कर्मचारी सड़कों पर उतरे। इस दौरान कर्मचारियों ने एकत्रित होकर केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे जल्द ही पूरी नहीं हुई तो वे केंद्र के आह्वान पर एक बार फिर से देशव्यापी हड़ताल पर चले जाएंगे।
बहादुरगढ़ (प्रवीण): बहादुरगढ़ में कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों का यह प्रदर्शन शहर के रेलवे रोड, मेन बाजार और दिल्ली-रोहतक नेशनल हाईवे से होकर गुजरा। दरअसल, कर्मचारी सरकारी विभागों के निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। कर्मचारियों ने सरकार से ठेका प्रथा बंद करने कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, समान काम समान वेतन लागू करने और हटाए गए कर्मचारियों को वापस नौकरी पर रखने की मांग की है।
इस प्रदर्शन में बिजली, सफाई, फायर ब्रिगेड के कर्मचारी और आशा वर्करों समेत कई अन्य विभागों के कर्मचारी भी शामिल हुए और जल्द से जल्द मांगे पूरी करने की मांग की गई। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे जल्द ही पूरी नहीं हुई तो वे केंद्र के आह्वान पर एक बार फिर से देशव्यापी हड़ताल पर चले जाएंगे।
हिसार (विनोद): हिसार में भी केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ आज 11 ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर देशव्यापी हड़ताल की गई। इस दौरान हिसार के फुल्वारा चौक पर कर्मचारियों ने एकत्रित होकर केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने हिसार के उपायुक्त के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।
कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी तो राज्यव्यापी हड़ताल की जाएगी। सर्व कर्मचारी संघ के ब्लाॅक प्रधान सुरेंद्र मान ने कहा कि 1983 पीटीआई कर्मचारियों को बहाल किए जाने, कच्च कर्मचारियों को पक्का किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया।
गोहाना(सुनील): गोहाना में अखिल भारतीय विरोध प्रदर्शन के बैनर तले जन संघर्ष मंच के कार्यकर्ताओं ने इकट्ठा होकर मजदूर कर्मचारी विरोधी नीतियों को रद्द करने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने गोहाना के एसडीएम को देश के प्रधान मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
मंच के सदस्यों ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते मेहनतकश जनता को भयंकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना माहमारी के नाम पर मजदूरों की छंटनी के साथ साथ वेतन काटा जा रहा है। मंच के सदस्यों ने सरकार से मजदूरों की छंटनी को बंद कर उनका पूरा वेतन दिए जाने की मांग उठाई।