Edited By Shivam, Updated: 11 May, 2019 01:39 PM
लोकसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ओल्ड रोहतक में इमोशनल पॉलिटिक्स देखने को मिली। भाजपा व कांग्रेस ने अपने आखिरी दांव चलने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कुछ ही दूरी पर हो रही भाजपा व कांग्रेस की रैलियों में यूं तो जमकर एक दूसरे पर प्रहार किए गए लेकिन ओल्ड...
सोनीपत (दीक्षित): लोकसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ओल्ड रोहतक में इमोशनल पॉलिटिक्स देखने को मिली। भाजपा व कांग्रेस ने अपने आखिरी दांव चलने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कुछ ही दूरी पर हो रही भाजपा व कांग्रेस की रैलियों में यूं तो जमकर एक दूसरे पर प्रहार किए गए लेकिन ओल्ड रोहतक यानि रोहतक व सोनीपत की जनता से इमोशनल अटैचमैंट की कोशिश भी हुई। गोहाना में हुई रैली दौरान मंच पर चढ़ते ही पूर्व सी.एम.भूपेंद्र हुड्डा भावुक हो गए और जनता का अभिवादन करने में ही उनका गला रूंध गया।
वहीं, रोहतक के गोहाना रोड पर भाजपा की रैली में पहुंचे नरेंद्र मोदी ने हरियाणवी में अभिवादन कर लोगों की दिल जीतने की कोशिश की। यही नहीं,मोदी ने हरियाणा को अपना घर तक बता दिया और यह भी कहा कि उनका पालन पोषण यहीं पर हुआ है। अब मोदी व हुड्डा की इस इमोशनल पॉलिटिक्स को लोग किस नजरिए से लेते हैं,इसका खुलासा 23 मई को ही हो पाएगा।
उधर, जींद में जजपा ने भी लोगों पर इमोशनल छाप छोडऩे की कोशिश की क्योंकि जजपा ने जींद के उसी ग्राऊंड में रैली आयोजित की जिस पर रैली कर अजय चौटाला ने नई पार्टी की घोषणा की थी। जजपा-आप गठबंधन की रैली में भले ही अरविंद केजरीवाल नहीं पहुंचे, लेकिन दुष्यंत व दिग्विजय प्रचार के अंतिम दिन रंग में दिखे और हुड्डा व भाजपा पर तीखे व्यंग्य किए।
शुक्रवार को एक ओर हुड्डा के गढ़ में सेंधमारी की कोशिश में नरेंद्र मोदी पहुंचे थे तो दूसरी तरफ पूर्व सी.एम. भूपेंद्र हुड्डा अपने गढ़ में ताकत दिखा रहे थे। दोनों ही नेताओं ने आखिरी दिन जनता के दिल पर भावुक छाप छोडऩे की कोशिश की।
वहीं, मोदी व हुड्डा ने रैलियों में इतिहास पर जमकर वार किया,वर्तमान पर फोकस रखा और भविष्य के सपने दिखाए। मोदी ने जहां सिख दंगों से लेकर वाड्रा प्रकरण तक का जिक्र किया तो हुड्डा ने स्वतंत्रता संग्राम में अपने पूर्वजों का योगदान गिनवाया। मोदी ने देश की सुरक्षा को अहम बताया तो हुड्डा विकास के मुद्दे पर न केवल पिछली उपलब्धि गिनवाई बल्कि भविष्य की प्लाङ्क्षनग भी सामने रखी।