Edited By vinod kumar, Updated: 18 Jul, 2020 03:35 PM
बिजली विभाग सुधार के तमाम दावे करे, लेकिन उपभोक्ताओं को कोई राहत मिलते नहीं दिख रही। विभाग की गलतियों का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। हरियाणा के जींद जिला में बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई है। यहां जनवरी का 331 रुपये बिल और मार्च का...
जींद (अनिल कुमार): बिजली विभाग सुधार के तमाम दावे करे, लेकिन उपभोक्ताओं को कोई राहत मिलते नहीं दिख रही। विभाग की गलतियों का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। हरियाणा के जींद जिला में बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई है। यहां जनवरी का 331 रुपये बिल और मार्च का 655 रुपये बिल भरने के बाद भी विभाग ने उपभोक्ता को लाॅकडाउन में 57650 रुपये का बिल थमा दिया।
उपभोक्ता के घर में मात्र 3 एलईडी, एक पंखा और एक सिंगल बैटरी है, लेकिन इसके बावजूद विभाग ने हजारों में बिल थमा दिया। इतना ज्यादा बिल आने के बाद उपभोक्ता परेशान है। उपभोक्ता इसको लेकर अधिकारियों से भी मिल चुका हैं, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
पीड़ित सुनील ने कहा कि उसका बिजली का इतना खर्च नहीं है, तो फिर वह कैसे इतना ज्याद बिल भरे। विभाग इससे पहले भी उन्हें ज्यादा पैंसों का बिल थमा चुका है। उन्होंने कहा कि इसके बाद तीन महीने बिल ठीक आया, लेकिन अब फिर से विभाग ने 57650 रुपये का बिल थमाया है। सुनील ने विभाग से मांग की है कि इसे ठीक किया जाए। वह इतने अमाउंट का बिल नहीं भर सकता है। वह घर में कमाने वाले अकेले हैं और निजी कंपनी में काम करते हैं।