Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 05 May, 2018 11:26 AM
गलती करे बिजली निगम, खमियाजा भुगत रहा बी.पी.एल. परिवार। उपभोक्ता पहले तो बिजली का बिल देखकर दंग रह गया। अब इसे ठीक करवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। यह मामला सब-डिवीजन पिपली के गांव रामगढ़ का है। उपभोक्ता अनंत राम ने बताया कि वह गांव...
पिपली(सुकरम): गलती करे बिजली निगम, खमियाजा भुगत रहा बी.पी.एल. परिवार। उपभोक्ता पहले तो बिजली का बिल देखकर दंग रह गया। अब इसे ठीक करवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। यह मामला सब-डिवीजन पिपली के गांव रामगढ़ का है। उपभोक्ता अनंत राम ने बताया कि वह गांव में दिहाड़ी मजदूरी करता है लेकिन निगम ने उसके खाता संख्या 6765190000 में भेजकर 7,72,336 रुपए का बिजली बिल थमा दिया है। इसके कारण पूरा परिवार परेशान है। बिल की इतनी बड़ी रकम तो उनकी पूरी जिंदगी में भी नहीं बनी होगी, जितनी निगम ने केवल 3 माह के बिल में भेज दी है।
जब वे इसे ठीक करवाने के लिए पिपली स्थित निगम के कार्यालय में गए तो वहां उनको कभी किसी कमरे तो कभी किसी कमरे में घूमाकर परेशान कर दिया। उन्होंने डी.सी. के माध्यम से गुहार लगाते हुए कहा कि निगम से उनके बिजली के बिल को सही करवाया जाए।
न बिजली के बिल आते और न कोई रीडिंग लेने आता
अनंत राम ने आरोप लगाया कि उनके गांव में 50 से अधिक ऐसे घर हैं जिनमें बिजली के बिल ही नहीं आते जिससे ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उपभोक्ताओं को बिजली के बिल निगम के पिपली स्थित कार्यालय में आकर लेने पड़ते हैं। उन्होंने बताया कि गांव में मीटर रीडर भी बिजली की रीडिंग लेने नहीं आते।
बिल तकनीकी कारण से अधिक आया : एस.डी.ओ.
विरेंद्र सिंह ने बताया कि उपभोक्ता का बिजली बिल तकनीकी कारण से अधिक आ गया है। वे उसको दुरुस्त करवाने का काम करेंगे। उन्होंने बिजली बिल व मीटर रीडिंग न लेने के बारे कहा कि वैसे इस प्रकार का मामला हो नहीं सकता। यदि फिर भी गांव में इस प्रकार की बात सामने आएगी तो जांच करवाकर गांव में समय पर बिल पहुंचाने व रीडिंग दिलवाने का काम करेंगे।