Edited By Rakhi Yadav, Updated: 25 Apr, 2018 01:47 PM
कहने को डेयरी कॉम्प्लेक्स, सुविधाओं के नाम पर वही डाक के तीन पात। गौरतलब है कि वर्ष 2011 में हाईकोर्ट के आदेशों पर नगर निगम द्वारा शहर के रिहायशी इलाकों में स्थापित करीब 218 डेयरियों को बाहर निकाला गया था। करीब 8 साल से कॉम्प्लेक्स में डेयरी...
अम्बाला(बलविंद्र): कहने को डेयरी कॉम्प्लेक्स, सुविधाओं के नाम पर वही डाक के तीन पात। गौरतलब है कि वर्ष 2011 में हाईकोर्ट के आदेशों पर नगर निगम द्वारा शहर के रिहायशी इलाकों में स्थापित करीब 218 डेयरियों को बाहर निकाला गया था। करीब 8 साल से कॉम्प्लेक्स में डेयरी संचालक असुविधाओं का दंश झेल रहे हैं। इस समय यहां 4000 पशु हैं लेकिन डेयरियों में न पशुओं के लिए पीने का स्वच्छ पानी है और न ही सफाई की व्यवस्था है।
जबकि सुविधाओं के नाम प्रत्येक डेयरी संचालक नगर निगम को प्रति माह 210 रुपए का भुगतान करता है। बावजूद इसके संचालक मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। उक्त सालों से सुविधाएं न मिलने की सूरत में डेयरी संचालकों ने मंगलवार को नगर निगम कमिश्नर को अपनी मांगों का एक ज्ञापन सौंपा।
वर्तमान में खतौली डेयरी कॉम्प्लैक्स व गांव कौलां में नगर निगम द्वारा करीब 218 डेयरियों शहरी क्षेत्र से बाहर निकाला गया है, जबकि अधिकतर डेयरियां अभी भी शहर के बीचों-बीच स्थापित है, जिनकी वजह से कॉम्प्लेक्स में चल रही डेयरी संचालकों को प्रति माह करीब 50 लाख रुपए का आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ रहा है। जिसकी तरफ नगर निगम कोई ध्यान नहीं दे रहा है।