Edited By Isha, Updated: 13 Feb, 2020 12:20 PM
कहा जाता है कि पुराने समय में मिस्र की रानियां अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए गधी के दूध से स्नान करती थी। गधी के दूध में मौजूद गुणों के बारे में लोग सदियों से ही परिचित हैं। लेकिन....
हिसार (ब्यूरो) : कहा जाता है कि पुराने समय में मिस्र की रानियां अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए गधी के दूध से स्नान करती थी। गधी के दूध में मौजूद गुणों के बारे में लोग सदियों से ही परिचित हैं। लेकिन समय के साथ लोगों ने गधी का दूध छोड़कर दूसरे पशुओं का दूध का प्रयोग ज्यादा करना शुरू कर दिया।
गधी के दूध के गुणों को मद्देनजर रखते हुए राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र एवं केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने गधी के दूध से इन्सानों के सौंदर्यकरण को बढ़ाने वाले उत्पादों का निर्माण किया है। गधी के दूध पर अलग-अलग शोध करने की प्रक्रिया में डा.बी.एन. त्रिपाठी, डा. अनुराधा भारद्वाज,डा. यशपाल, डा. वारिज नय, डा. हेमा त्रिपाठी सहित अन्य वैज्ञानिक शामिल हैं।