Edited By Isha, Updated: 07 Jul, 2020 11:05 AM
बहादुरगढ़ के विवेकानन्द नगर में एक नंदी की हालत खराब होने की सूचना पर गौधन सेवा समिति की एम्बुलेंस से नंदी को सांखोल गोउपचार केंद्र लाया गया। पशु चिकित्सकों टी टीम ने देखा कि नंदी के मुंह से लगातार पानी व लार
बहादुरगढ(प्रवीण धनखड़): बहादुरगढ़ के विवेकानन्द नगर में एक नंदी की हालत खराब होने की सूचना पर गौधन सेवा समिति की एम्बुलेंस से नंदी को सांखोल गोउपचार केंद्र लाया गया। पशु चिकित्सकों टी टीम ने देखा कि नंदी के मुंह से लगातार पानी व लार बह रहा है तथा उसको सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है। इसके बाद नंदी का ऑपरेशन किया गया।
इसके पश्चात पशु चिकित्सक डॉ. राहुल भारद्वाज(वीएस) ने उनकी टीम के वीएलडीए रविन्द्र कुमार, रमेश, कृष्ण व ओम प्रकाश के सहयोग से नंदी का ऑपरेशन शुरू किया। करीब पांच घंटे चले इस सफल ऑपेरशन में नंदी के पेट से 150 किलो पॉलीथिन, लोहे की स्क्रेप व सिक्के निकले। इस तरह नंदी की जान बचा ली गई।
पशु चिकित्सक डॉ. राहुल भारद्वाज(वीएस) ने बताया कि अगर इस नंदी को समय पर गौधन सेवा समिति के उपचार केंद्र में नहीं लाया जाता तो कुछ समय पश्चात यह नंदी सड़क पर ही दम तौड़ देता। डॉ. ने बताया कि पॉलीथिन तो गोवंश की आंतों के लिए इस कदर जानलेवा है कि इन्हें तिल-तिलकर मारने जैसा काम करती है। पॉलीथिन गोवंश की आंतों में फंस जाती है। इससे इनका समूचा पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है। इनके द्वारा खाया जाने वाला चारा पच नहीं पाता। शरीर में पॉलीथिन की संख्या बढ़ने के साथ-साथ इनका पेट फूलता रहता है, जो अंत में इन गोवंश की असमय मौत का कारण बनता है।