Edited By Manisha rana, Updated: 24 Sep, 2020 08:29 AM
इनैलो विधायक अभय चौटाला ने किसानों के मुद्दे पर भतीजे के साथ-साथ चाचा को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर उनकी रगों में देवी लाल का खून है तो सत्ता को...
चंडीगढ़ (बंसल) : इनैलो विधायक अभय चौटाला ने किसानों के मुद्दे पर भतीजे के साथ-साथ चाचा को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर उनकी रगों में देवी लाल का खून है तो सत्ता को ठोकर मारकर किसानों के साथ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों के दम पर राजनीति करने वाले सभी नेताओं को सत्ता का मोह त्यागकर आगे आना चाहिए।
चंडीगढ़ निवास पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि देश में सर छोटू राम, चरण सिंह, देवीलाल और प्रकाश सिंह बादल किसान नेता के रूप में स्थापित हैं। बादल की पुत्रवधू हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। यदि देवीलाल के वंशजों ने अपने पदों से इस्तीफे नहीं दिए तो किसानों का उन पर से भरोसा उठ जाएगा।
अभय ने किसानों पर लाठीचार्ज की ङ्क्षनदा करते हुए सरकार की नीति और नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले तो सिर्फ गृह मंत्री अनिल विज दावा कर रहे थे कि पिपली में किसानों पर लाठियां नहीं बरसाई गई, अब मुख्यमंत्री भी इससे इनकार करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा व जजपा के कई विधायक अपने राजनीतिक करियर की ङ्क्षचता करते हुए खुलकर विरोध नहीं कर पा रहे हैं। यह किसानों के साथ धोखा है।
अभय चौटाला ने आढ़तियों को बिचौलिया या दलाल कहकर प्रचारित करने की भी आलोचना की। अभय चौटाला ने आर.टी.आई. से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कोरोना से बचाव कार्यों पर खर्च हुए साढ़े 300 करोड़ रुपए के खर्च होने में घोटाले की आशंका जताते हुए हाईकोर्ट के सीटिंग जज से जांच करवाने की मांग की। अभय ने कहा कि 9 माह में 9 घोटाले हुए और अब दसवें माह में दसवां घोटाला सामने आया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल की आड़ में कई गुणा दामों पर सामान खरीदा गया।