Edited By Deepak Paul, Updated: 31 May, 2018 02:23 PM
दो साल कैंसर ट्यूमर से जंग लड़ने के बाद इस बेटी ने सीबीएसई की 10 वीं की परीक्षा में 97.4 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। दो साल बीमार होते हुए भी छात्रा ने पढ़ाई करना नहीं छोड़ा। हालाकि इस दौरान उसके माता-पिता ने उसे एक साल पढ़ाई न करने को भी कह दिया था,...
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): दो साल कैंसर ट्यूमर से जंग लड़ने के बाद इस बेटी ने सीबीएसई की 10 वीं की परीक्षा में 97.4 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। दो साल बीमार होते हुए भी छात्रा ने पढ़ाई करना नहीं छोड़ा। हालाकि इस दौरान उसके माता-पिता ने उसे एक साल पढ़ाई न करने को भी कह दिया था, लेकिन श्रीशा ने हौसले व जुनून के साथ कड़ी मेहनत की और प्रथम रेंक हासिल किया।
चंडीगढ़ के सेक्रेट हार्ट स्कूल की छात्रा श्रीशा ने बताया कि बहुत अच्छा लग रहा है, जीतोड़ मेहनत की और 95 प्रतिशत से ऊपर अंक आए है। उसका कहना है कि अपना एेम पूरा करने के लिए बहुत हार्डवर्क किया। माता पिता ने भी पढ़ाई छोड़ने के लिए कहा लेकिन मैने हिम्मत नहीं हारी और पूरी लगन से मेहनत कर अच्छे अंक हासिल किए हैं। अब उसने मेडिकल में दाखिला लिया है। उसका कहना है मुझे डाक्टरों ने दूसरी जिंदगी दी है, मुझे जिंदगी के मायने समझाए है। मैं डाक्टर बनकर समाज के लिए कुछ करना चाहती हूं।
श्रीशा के पिता नरेश महतानी का कहना है कि अगर बेटी डॉक्टर बनना चाहती है और में उसका सपना जरुर पूरा करुंगा। ये सारा उनकी बेटी की विलपावर का कमाल है। उन्होंने बताया कि बेटी कैंसर ट्यूमर से 2016 में ग्रस्त हो गई थी जिसका अाज भी उपचार चल रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को संदेश देना चाहता हूं कि अगर किसी बच्चे को कई बिमारी भी है तो वह हिम्मत न हारें।