Edited By Deepak Paul, Updated: 06 Dec, 2018 10:00 AM
रोडवेज कर्मचारी सरकार की करतूत बताने के लिए अब सीधे जनता से मुखातिब होंगे। वे लोगों के बीच जाकर बताएंगे कि किस तरह से सरकार कर्मचारी और प्रदेश की जनता को परेशान करने पर तुली है। सालों से विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा...
रोहतक: रोडवेज कर्मचारी सरकार की करतूत बताने के लिए अब सीधे जनता से मुखातिब होंगे। वे लोगों के बीच जाकर बताएंगे कि किस तरह से सरकार कर्मचारी और प्रदेश की जनता को परेशान करने पर तुली है। सालों से विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है। गांवों में सरकार बसों का ठहराव बंद किया जा रहा है जिससे विद्याॢथयों को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। खासकर छात्राओं और बुजुर्गों को सरकार के इस तुगलकी फरमान का खमियाजा भुगतना पड़ेगा। इसी माह की 23 तारीख को सी.एम. सिटी करनाल में रोडवेज कर्मचारियों की प्रदेश स्तरीय कन्वैंशन होगी, जिसमें आंदोलन की अगली रूपरेखा तैयार की जाएगी।
रोडवेज तालमेल कमेटी ने सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए आंदोलन की घोषणा की है। बुधवार को रोडवेज यूनियन मुख्यालय में हुई प्रदेश स्तरीय बैठक में सरकार द्वारा तानाशाही रवैये एवं जनविरोधी नीतियों की कड़े शब्दों में आलोचना की गई। बैठक की अध्यक्षता कमेटी के वरिष्ठ सदस्य बावूलाल यादव ने की। बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए तालमेल कमेटी के वरिष्ठ नेता वीरेन्द्र सिंह धनखड़ व दलबीर किरमारा ने बताया कि आंदोलन के प्रथम चरण में 7 से 12 दिसम्बर तक जनता के बीच जाकर सरकार की जनविरोधी नीतियों के बारे में बताया जाएगा।
जिसमें वर्ष 2016 में लगे हुए 365 चालकों को सरकार द्वारा नौकरी से हटाया गया है तथा विगत दिनों ग्रामीण अंचल में बसों का जो रात्रि ठहराव बंद किया गया है, उससे आम जनता को जिला मुख्यालय पर आने के लिए तथा छात्र छात्राओं को पढऩे के लिए शहरों में आना पड़ता है, उससे भारी परेशानी हो रही है।
गौरतलब है कि सरकार द्वारा सात सौ गाडिय़ों को हायर करने के विरोध में रोडवेज तालमेल कमेटी 18 दिन तक कर्मचारी संगठनों, जन संगठनों एवं राज्य की जनता के सहयोग से सफल हड़ताल कर चुके हैं लेकिन सरकार ने विगत में किए गए आंदोलन से सीख न लेते हुए आज भी अपनी हठधर्मिता पर कायम रहकर विभाग में लगभग अढ़ाई साल से कार्यरत 365 चालक जो ठीक प्रकार से विभाग में सेवा दे रहे थे तथा इन चालकों की विभाग में आज भी जरूरत है, इसके बावजूद भी सरकार ने इनकी रोजी-रोटी पर प्रहार किया है, उसे रोडवेज तालमेल कमेटी जनता के सहयोग से मुंह तोड़ जवाब देगी।
साथ ही उन्होंने बताया कि 13 व 14 दिसम्बर को सभी डिपुओं पर 24 घंटे की भूख हड़ताल की जाएगी और तीसरे चरण में 23 दिसंबर को मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र करनाल में राज्य स्तरीय कन्वैंशन करके आगामी आंदोलन का बिगुल बजाया जाएगा। इस अवसर पर इन्द्र सिंह बधाना, हरिनारायण शर्मा, अनूप सहरावत, जयभगवान कादियान, शरबत पूनिया, पहल सिंह तंवर, बलवान दोदवा, आजाद गिल, दिनेश हुड्डा, सतीश ढोचक प्रमुख रूप से मौजूद रहे।