Edited By Punjab Kesari, Updated: 24 Oct, 2017 05:51 PM
फरीदाबाद पुलिस की अग्रसेन चौकी में एएसआई समय सिंह द्वारा 2 बेटियों के बनाए गए चरित्र प्रमाण पत्र मामले में एसीपी बल्लभगढ अमन यादव ने तुरंत प्रभाव से जांच अधिकारी समय सिंह का तबादला कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी...
फरीदाबाद(अनिल राठी): फरीदाबाद पुलिस की अग्रसेन चौकी में एएसआई समय सिंह द्वारा 2 बेटियों के बनाए गए चरित्र प्रमाण पत्र मामले में एसीपी बल्लभगढ अमन यादव ने तुरंत प्रभाव से जांच अधिकारी समय सिंह का तबादला कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं। इस जांच में अगर जांच अधिकारी दोषी पाए गए तो उन्हें सस्पेंड कर दिया जाएगा। फिलहाल इस पूरे मामले में मारपीट की कई धाराओं के अंतर्गत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी हैं।
उल्लेखनीय है कि फरीदाबाद के त्रिखा कॉलोनी में दीवाली की सुबह एक महिला ने पड़ोसी को घर के सामने कूड़ा फैंकने से रोका तो उसने 15-20 लड़कों को साथ लेकर महिला के घर हमला बोल दिया। हमलावरों ने घर में घुसकर उसकी दो बेटियों, उसके पति की बुरी तरह से पिटाई कर दी। जिसमें सभी को गंभीर चोटें आई अौर महिला के पति का दांत भी टूट गया। जब पीड़ित परिवार फरीदाबाद की अग्रसेन चौकी में शिकायत करने गया तो पुलिस ने उन्हें खुद मेडिकल करवाने की बात कही लेकिन आरोपी पक्ष के वहां पहुंचने पर उन्हें कुर्सियों पर बैठाया गया। पुलिस ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें घर भेज दिया लेकिन 3 दिन बाद जो रिपोर्ट आई उसने उनके पैरों के नीचे की जमीन ही खिसका दी।
ASI समय सिंह ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि लड़की अौर उसकी मां का चाल-चलन ठीक नहीं है। उसने रिपोर्ट में ये भी लिखा कि ये बात खुद महिला के पति ने लिखवाई है। जबकि महिला के पति का कहना है कि उसने ऐसा कुछ नहीं लिखवाया। पुलिस जांच की रिपोर्ट में दोनों बेटियों और उसकी मां को चरित्रहीन होने का प्रमाण पत्र देने के बाद अब बेटियां सदमे में है। पीड़िता का कहना है कि चरित्रहीन होने का ही प्रमाण पत्र थमा दिया है जिससे उनका अब यहां न केवल रहना दुश्वार हुआ है बल्कि उनकी पूरी जिंदगी पर कलंकित यानी चरित्रहीन होने टीका लग गया है। उन्होंने कहा कि अभी उनकी शादी भी नही हुई है इस रिपोर्ट के बाद उनसे कौन शादी करेगा। उन्होंने कहा कि यदि न्याय नहीं मिला तो वे आत्महत्या कर लेंगे।