Edited By Punjab Kesari, Updated: 13 Jan, 2018 05:18 PM
भिवानी में दलित महापंचायत संघ हरियाणा ने केंद्र अौर प्रदेश सरकार पर दलितों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार के खिलाफ जल्द आंदोलन का बिगुल फूंकने की चेतावनी देते हुए मांग पूरी न होने पर 15 जनवरी को धरना देने का एलान किया। इसके बाद भी उनकी...
भिवानी(अशोक भारद्वाज): भिवानी में दलित महापंचायत संघ हरियाणा ने केंद्र अौर प्रदेश सरकार पर दलितों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार के खिलाफ जल्द आंदोलन का बिगुल फूंकने की चेतावनी देते हुए मांग पूरी न होने पर 15 जनवरी को धरना देने का एलान किया। इसके बाद भी उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे 28 फरवरी के बाद रेल अौर रोड रोकेंगे।
दलित महापंचायत संघ हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप भूकल ने बताया कि वो अपनी मांगों को लेकर 15 जनवरी को पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर धरने देकर सरकार को चेताने का काम करेंगें। उन्होंने आरोप लगाता कि भाजपा की केन्द्र व प्रदेश में सरकार बनने के बाद पूरे देश में दलितों पर अत्याचार कम होने की बजाय बढे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा ने दलितों के लिए चलाई जा रही 601 योजनाओं में से 84 योजनाएं बंद कर दी और 25 से ज्यादा योजनाओं का बजट कम कर दिया। जिसके बाद पूरे देश में एससी-बीसी छात्रों को स्कूलों या कॉलेजों में छात्रवृति नहीं मिली है। सुप्रिम कोर्ट व हाईकोर्ट में दलित वर्ग से 850 में से मात्र 14 जज हैं।
कुलदीप भूकल ने कहा कि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे 28 फरवरी के बाद पूरे हरियाणा में उनका संघ रेल व रोड़ रोकने का काम करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की जहां भी सरकार बनती है वहां आपसी लड़ाई करवाकर भाईचारा खत्म किया जा रहा है लेकिन अब दलित कमजोर नहीं। दलित पढ़-लिख कर जागरूक हो गया है। आज पूरे देश में किसान, मजदूर व दलित सहित सभी वर्ग दुखी हैं। यहां तक कि उत्तर कोरिया की जनता पर वहां का तानाशाह इतने जुल्म नहीं करता जितने भारत में मोदी के चलते दलितों पर हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बुढ़ापा पेंशन की उम्र 55 साल करने व सामान्य जाति से दो गुनी पेंशन देने, सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट में एससी-एसटी आरक्षण लागू करवाने, 1952 से 2017 तक दलितों के 22 फीसदी बजट को ब्याज सहित जारी करने समेत कई मांगों को लेकर दलित महापंचायत संघ हरियणा आंदोलन कर रहा है। जिसके तहत धरने-प्रदर्शन व ज्ञापन दिए जा रहे हैं।