Edited By Isha, Updated: 01 Apr, 2020 10:47 AM
कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद सरकार की ओर से लॉकडाउन घोषित करने के बाद लोग अपने घरों में कैद हो गए है। ऐसे में लोग कोरोना से जुड़ी कोई.....
फरीदाबाद (दीपक पांडेय) : कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद सरकार की ओर से लॉकडाउन घोषित करने के बाद लोग अपने घरों में कैद हो गए है। ऐसे में लोग कोरोना से जुड़ी कोई भी जानकारी लेने के लिए सोशल मीडिया का साहरा ले रहे हैं। लेकिन सोशल प्लेटफार्म से न केवल लोगों को भ्रामक जानकारी मिल रही है बल्कि उनके पास फेक मैसेज भी आ रहे हैं। जिसमें कोरोना वायरस को लेकर पीएम राहत कोष में पैसे भेजने की बात कही जा रही है।
वहीं कोविड 19 में नाम से भी कई डोमेन रजिस्ट्रड हो गए हैं। जिसमें राहत कोष के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं। महामारी के चलते लॉकडाउन में लोग घरों में रहकर फेसबुक, वॉट्सएप पर कोरोना का अपडेट ले रहे हैं। सोशल प्लेटफॉर्म पर कोरोना केसेस के लिंक एक-दूसरे को भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा यूजर्स कोरोना से जुड़ी कोई भी जानकारी सोशल मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से सर्च कर रहे हैं।
साइबर ठग कर रहे आनलाइन ठगी का प्रयास
जवाहर कालोनी में रहने वाले मनीष शर्मा ने बताया कि उनके पास पीएम रिलीफ फंड को लेकर वाट्सएप संदेश आया। जिसमें अकाउंट नंबर पर पीएम रिलीफ फंड के लिए पैसे भेजने की बात कही गई। शक होने पर उन्होंने जब नंबर पर फोन किया तो नंबर आफ मिला। इसके बाद उन्हें वाट्सएप से भी ब्लाक कर दिया गया। इसके अलावा एनआईटी पांच में रहने वाले सुरेंद्र नेे बताया कि किसी ने उनका फेसबुक अकाउंट हैक करके पीएम रिलीफ फंड के नाम पर पैसे मांगे। मामले की जानकारी मिलने पर मुझे अकाउंट बंद करना पड़ा। इसी तरह से कई लोगों को संदेश भेजकर रिलीफ फंड के लिए पैसे मांगने की बात सामने आ रही है।
पुलिस कर रही फेक आईडी से बचने की अपील
फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने बताया कि साइबर ठगी को लेकर पुलिस लोगों से अपील कर रही है अगर उनके पास कोई पीएम रिलीफ फंड को लेकर कोई संदेश आता है तो वह सावधान रहे। कोई भी पैसा ट्रांसफर करने से पहले संदेश के लिंक को क्रास चेक कर ले। कोविड 19 को लेकर भारत सरकार की ओर से भी वेबसाइट बनाई गई है। उसमें पूरी जांच पड़ताल करने के बाद ही पैसे ट्रांसफर करे। उन्होंने बताया कि अभी साइबर ठगी को लेकर कोई लिखित शिकायत नहीं आई है। शिकायत आते ही मामला दर्ज कर लिया जाएगा।