Edited By Punjab Kesari, Updated: 27 Jan, 2018 10:44 PM
शुक्रवार रात को जींद-रोहतक मार्ग पर किनाना गांव खेतों में जमा की गई पराली में अचानक आग लग गई। आग की लपटों को देखकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना फायर बिग्रेड कार्यालय को दी गई। फायर बिग्रेड की गाड़ी आने से पहले की 400 एकड़ की इकठ्ठी की गई...
जुलाना(विजेंदर): शुक्रवार रात को जींद-रोहतक मार्ग पर किनाना गांव खेतों में जमा की गई पराली में अचानक आग लग गई। आग की लपटों को देखकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना फायर बिग्रेड कार्यालय को दी गई। फायर बिग्रेड की गाड़ी आने से पहले की 400 एकड़ की इकठ्ठी की गई पराली जलकर राख हो चुकी थी।
जानकारी के अनुसार बीबीपुर गांव के भक्त सिंह ने बेचने के लिए करीब 400 एकड़ फसल की पराली किनाना गांव में जींद-रोहतक मार्ग पर इकठ्ठी की हुई थी। यह पराली 500 रुपये लेकर 700 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से खरीदी गई थी। शुक्रवार रात को अचानक पराली में आग लग गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना फायर बिग्रेड कार्यालय को दी गई। सूचना पाकर फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंची। गाड़ी के पहुंचने से पहले की पराली जलकर राख हो चुकी थी।
भक्त सिंह ने बताया कि उसने यह पराली 140 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदी थी। पराली जलने से उसे करीब 13 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। जो भी रुपये उसके पास थे उसने सभी पराली खरीदने के लिए लगा दिए थे। यह आग अपने आप नहीं लगी बल्कि किसी ने लगाई है। भक्त सिंह ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अचानक आग की लपटें दिखाई दी और लाखों की पराली मिटनों में राख के ढेर में तबदील हो गई। जब तक फायर बिग्रेड की गाड़ी आई तब तक सब कुछ राख हो चुका था। किसान की सारी जमा पूंजी आग की भेंट चढ़ गई। हम प्रशासन से मांग करते हैं कि किसान को मुआवजा दिया जाए। जिसके चलते यह अपने परिवार का पालन-पोषण ठीक ढंग से कर सके।