Edited By Isha, Updated: 28 Sep, 2021 06:20 PM
आज रोहतक नगर निगम की आम बैठक होनी थी। जिसकी शुरुआत तो हुई। लेकिन हंगामा होकर लगभग सभी पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया और विकास भवन के बाहर बैठकर नगर निगम के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के
रोहतक(दीपक): आज रोहतक नगर निगम की आम बैठक होनी थी। जिसकी शुरुआत तो हुई। लेकिन हंगामा होकर लगभग सभी पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया और विकास भवन के बाहर बैठकर नगर निगम के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा दिए। हालांकि पार्षदों को मनाने का प्रयास भी किया गया, लेकिन पार्षदों का आरोप था कि अधिकारी कोई भी बात नहीं सुनते हैं और नगर निगम में केवल भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
बैठक का बहिष्कार करने के बाद पार्षदों ने नगर निगम में काम कर रहे अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि नगर निगम में बिना पैसे दिए कोई भी काम नहीं होता है। अमृत योजना के ढाई सौ करोड रुपए कहां लगे हैं इसका जवाब देने के लिए कोई भी अधिकारी तैयार नहीं। यही नहीं शौचालय बनाने में करोड़ों रुपए खर्च हुए हैं और जितने बिल सबमिट किए गए हैं उतने बिल के हिसाब से तो एक शौचालय की जगह आम आदमी का एक मकान बन सकता है। यही नहीं ऐसा बहुत भ्रष्टाचार नगर निगम में हो रहा है। जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इसीलिए आज उन्होंने इस बैठक का बहिष्कार किया है। यही नहीं यह भी आरोप लगाया गया कि नगर निगम की 70 से 75 करोड़ रुपए की एफडी को भी तुडवा कर पता नहीं क्या किया गया है और अब नगर निगम के खाते में पैसा लाने के लिए निगम की जमीन बेचने पर भी अधिकारी आमदा है।
इस बैठक में भाग लेने के लिए रोहतक शहर के विधायक भारत भूषण बतरा वह कलानौर से विधायक शकुंतला खटक भी पहुंची थी। उन्होंने भी नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जो भी काम हो रहे हैं उसमें निजी लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। शहर के हालात बुरे हैं और पार्षदों की सुनने वाला कोई नहीं है। रोहतक नगर निगम के मेयर मनमोहन गोयल ने यहां तक कह दिया कि शहर के हालात खराब हो चुके हैं। लेकिन अधिकारी तो उनके फोन भी नहीं उठाते। वह क्या कर सकते हैं।