Edited By Isha, Updated: 16 Oct, 2019 01:12 PM
बिजली निगम द्वारा उपभोक्ताओं को भेजे गए बिलों में भारी अनियमितताएं पाई जा रही हैं। बिजली के बिलों को देखकर उपभोक्ताओं के होश उड़े जा रहे हैं। बिल ठीक करवाने के लिए उपभोक्ताओं को बिजली
यमुनानगर (ब्यूरो): बिजली निगम द्वारा उपभोक्ताओं को भेजे गए बिलों में भारी अनियमितताएं पाई जा रही हैं। बिजली के बिलों को देखकर उपभोक्ताओं के होश उड़े जा रहे हैं। बिल ठीक करवाने के लिए उपभोक्ताओं को बिजली निगम कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं परंतु उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल रहा है। उपभोक्ताओं को केवल आश्वासन ही मिल रहे हैं कि उनके बिजली बिल ठीक कर दिए जाएंगे। उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले तो बिल ही समय पर नहीं मिलते थे और अब जब मिलने लगे तो इतने इतनी भारी राशि के बिलों को भर पाना उनके लिए नामुमकिन है।
बिजली निगम कर्मचारी या अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे ऐसे में वे कहां जाएं। जगाधरी के गौरव व अन्य का कहना है कि घरों के किसी उपभोक्ता बिजली बिल 84 लाख रुपए आया है, तो किसी का 81 लाख तथा किसी उपभोक्ता का लगभग 30 हजार का बिल बिजली निगम द्वारा भेजा गया है। उपभोक्ता जब बिजली निगम कार्यालय जाते हैं तो उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता।
उपभोक्ताओं का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है पहले भी इसी प्रकार के भारी राशि के बिल उन तक पहुंच जाते थे। बिल बनाने की प्रक्रिया में मीटर रीडर घर-घर जाकर बिजली खपत की रीङ्क्षडग नोट करते थे परंतु जब से यह कार्य ठेकेदारों के अधीन हुआ है तब से ठेकेदार के कारिंदे घर पर न जाकर कहीं ओर बैठकर फर्जी तरीके से रीङ्क्षडग बिजली निगम को दे देते हैं जिसके कारण बिल गलत हो जाते हैं। कुछ गलती कम्प्यूटर ऑप्रेटर से भी हो जाती है, जिसका कारण भारी भरकम कार्य का सिर पर होना बताया जाता है। ऐसी स्थिति में गलती होना स्वाभाविक भी है। कारण चाहे कुछ भी हो भुगतना तो उपभोक्ता को ही पड़ता है। बिजली उपभोक्ताओं की मांग है कि जल्द से जल्द उनके बिजली के बिलों को ठीक किया जाए ताकि उन्हें मानसिक रूप से परेशान न होना पड़े।
क्या कहते हैं बिजली निगम एस.डी.ओ.
इस संबंध में बिजली निगम के एस.डी.ओ. पंकज देशवाल का कहना है कि उपभोक्ताओं को बिल संबंधी किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो ऑनलाइन शिकायत की जा सकती है। शिकायत का नंबर बताएं। शिकायत दूर की जाएगी।