Edited By Shivam, Updated: 09 Aug, 2021 11:25 PM
शनिवार को हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिसमें 6 आरोपी उसी वक्त पकड़ लिए गए थे, जिनमें एक कैथल का कोचिंग सेंटर संचालक है जो अभी तक मुख्य भूमिका में नजर आ रहा है। आज भी 7 आरोपियों को पकड़कर कोर्ट में पेश किया गया।
कैथल (जोगिंदर): शनिवार को हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिसमें 6 आरोपी उसी वक्त पकड़ लिए गए थे, जिनमें एक कैथल का कोचिंग सेंटर संचालक है जो अभी तक मुख्य भूमिका में नजर आ रहा है। आज भी 7 आरोपियों को पकड़कर कोर्ट में पेश किया गया। अब तक कुल 13 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। एसपी लोकेंद्र सिंह ने पेपर लीक प्रक्रिया की सभी परतें खोलते हुए पूरे फर्जीवाड़े के विषय में जानकारी दी।
एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि 7 अगस्त शनिवार को हरियाणा पुलिस भर्ती के पेपर लीक की गुप्त सूचना कैथल की सीआईए-1 पुलिस को मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने कुछ लोगों को गाड़ी में पेपर लीक की सेटिंग करते हुए हार्ड कॉपी के साथ पकड़ा और पूछताछ की गई। जिसके बाद एक कोचिंग सेंटर संचालक समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जो विभिन्न जिलों में ऐसी गतिविधियां चला रहे थे। इसमें सीआईए की दोनों टीमें और साइबर सेल लगाए गए हैं।
एसपी ने बताया कि सबसे पहले हिसार के रहने वाले नरेंद्र ने पेपर की 'आंसर की' कोचिंग सेंटर संचालक रमेश को दी, जिसने आगे सप्लाई की। आज 7 आरोपियों को भी पकड़ा है जिनको गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश किया गया है। पेपर लीक करने वालों की नरेन्द्र के साथ 1 करोड़ रुपये में डील हुई थी। वो राशि पेपर कन्फर्म होने के बाद ही देनी थी। इसके बाद जब कैंडिडेट्स से डील हुई तो वो 12 से 15 लाख रुपये में हुई थी। पेपर एक दिन पहले शाम 6 बजे लीक हुआ।
कोचिंग सेंटर संचालक रमेश पहले भी कई पेपर लीक मामलों में शामिल था। एसपी ने बताया कि फिलहाल 13 आरोपी पकड़े गए हैं लेकिन इसमें ओर लोग भी शामिल है, जिसकी जांच चल रही है। इसमें मुख्यत वो आरोपी काबू करना बहुत जरूरी है जिसने शुरू में पेपर लीक किया।
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