Edited By Updated: 15 Feb, 2017 03:59 PM
जाट नेताओं ने हरियाणा सरकार और यशपाल मलिक को घेरने का क्रम शुरू कर दिया है।
चंडीगढ़(धरणी):जाट नेताओं ने हरियाणा सरकार और यशपाल मलिक को घेरने का क्रम शुरू कर दिया है। चंडीगढ़ में खास नेता सूबे सिंह समैण ने कहा इनैलो और कांग्रेस ही नहीं बीजेपी की भी धरनों में मिलीभगती नजर आ रही है। समैण ने कहा कि जघन्य अपराध को छोड़कर बाकी मुकदमें वापस लेने और मृतको के परिजनों का पक्की नौकरी पर सरकार कोई भी ठोस आश्वासन नहीं दिया जा रहा है। मलिक के धरने सरकार के प्रायोजित होने की भी आशंका नजर आ रही है।
सुरेंद्र्र दहिया ने कहा कि आरक्षण की नहीं धरनास्थलों पर हो रही वोट की राजनीति इसलिए बिरादरी का इस्तेमाल हो रहा है। यशपाल मलिक पर भी जाट नेताओं ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मलिक यू.पी. में बसपा या अजित सिंह के साथ है स्टैंड साफ़ करें। मलिक पर आपराधिक मुकद्दमे यू.पी. में दर्ज हैं वे आकर लोगों को गुमराह कर रहा है। सूरजकुंड में कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें जाट आंदोलन को लेकर सरकार ने रुख स्पष्ट किया है। सरकार ने सीधे-सीधे कहा है कि जाटों की सभी मांगें नहीं मानी जा सकती क्योंकि इसमें कई कानूनी अड़चनें हैं। खास तौर पर जेल में बंद सभी आरोपियों को तुरंत नहीं छोड़ा जा सकता।
आपको बता दें कि जाटों से बातचीत के लिए बनी कमेटी ने भी सरकार के सामने अपनी रिपोर्ट पेश की, जिस पर सी.एम. ने कहा कि रिपोर्ट में जो बातें हैं वे पहले ही जनता को पता है इस बैठक के बाद अब जाटों और सरकार के बीच तकरार बढ़ सकती है।