Edited By Rakhi Yadav, Updated: 18 Aug, 2018 08:58 AM
आगामी विधानसभा चुनावों में अगर टिकट वितरण में कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी के चहेते प्रत्याशियों को टिकट मिलती है तो पार्टी को जिले में ही लोहारू और बाढड़ा विधानसभा सीटों का...
अम्बाला(विशेष): आगामी विधानसभा चुनावों में अगर टिकट वितरण में कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी के चहेते प्रत्याशियों को टिकट मिलती है तो पार्टी को जिले में ही लोहारू और बाढड़ा विधानसभा सीटों का फायदा हो सकता है। दूसरी ओर अगर पार्टी ने किरण के चहेतों को टिकट नहीं दी तो इन दोनों सीटों पर कांग्रेस को फिर से नुक्सान उठाना पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में किरण चौधरी का अपना खुद का एक वोट बैंक है। मगर जब उनके चहेते प्रत्याशियों को इन विधानसभा क्षेत्रों से टिकट नहीं मिलती है तो किरण का वोट बैंक दूसरे प्रत्याशियों की ओर खिसक जाता है।
यहां बता दें कि 2005 के विधानसभा चुनावों के दौरान हविपा का कांग्रेस में विलय हुआ तो कांग्रेस पार्टी ने उस समय जिले की अधिकतर सीटों पर सुरेंद्र सिंह के चहेते उम्मीदवारों को टिकट दी थी। इसलिए उस समय सुरेंद्र सिंह के चहेते सभी उम्मीदवारों ने उस चुनाव में जीत हासिल की थी।