Edited By Deepak Paul, Updated: 25 Jul, 2018 03:41 PM
नगर निगम सोनीपत के नए स्वरूप को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंजूरी प्रदान कर दी है। निगम में शामिल कुछ गांवों के विरोध के बाद सरकार ने प्रशासनिक अधिकारियों की एक कमेटी बनाते हुए नए स्वरूप पर रिपोर्ट मांगी थी। अधिकारियों से प्रस्ताव मिलने के बाद सरकार...
चंडीगढ़(धरणी): नगर निगम सोनीपत के नए स्वरूप को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंजूरी प्रदान कर दी है। निगम में शामिल कुछ गांवों के विरोध के बाद सरकार ने प्रशासनिक अधिकारियों की एक कमेटी बनाते हुए नए स्वरूप पर रिपोर्ट मांगी थी। अधिकारियों से प्रस्ताव मिलने के बाद सरकार द्वारा प्रस्ताव के अनुरूप बदलाव को मंजूरी प्रदान की गई है, जिसकी जल्द ही अधिसूचना जारी हो जाएगा।
जानकारी देते हुए शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने बताया कि नगर परिषद को नगर निगम बनाने के समय दायरे को बढाते हुए कुछ गांवों को शामिल किया था। कुछ समय पूर्व इनमें से कुछ गांवों के ग्रामीणों द्वारा नगर निगम विरोध समिति के माध्यम से निगम की सीमा से बाहर आने की मांग की थी। जिसपर प्रदेश सरकार ने विचार करते हुए आयुक्त रोहतक मंडल की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया था, जिसमें शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय के प्रतिनिधि, निदेशक विकास एवं पंचायत विभाग का प्रतिनिधि, उपायुक्त सोनीपत, जिला नगर योजनाकार, आयुक्त नगर निगम सोनीपत को शामिल किया गया था।
उनके प्रस्ताव पर विचार करते हुए नगर निगम सोनीपत की वर्तमान सीमा से गांव मुर्शीदपुर, मुकीमपुर, दीपालपुर, खेवडा, हरसानां खुर्द, हरसाना कलां, नसीरपुर बांगड को बाहर किया गया है, वहीं मुरथल, नांगल खुर्द, कुमासपुर, किशोरा, जोशी चौहान, बहालगढ, असावरपुर, बैंयापुर के राजस्व दायरे का आंशिक क्षेत्र तथा बढखालसा (भाग), ककरोई (भाग), महलाना (भाग), भिगवान (भाग), हसनपुर (भाग), इब्राहिमपुर कुराड (भाग) के कुछ भाग को नगर निगम सीमा में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसकी अधिसूचना जारी होने के बाद नगर निगम सोनीपत के नए स्वरूप के अनुसार आगामी विकास कार्यों का खाका तैयार किया जाएगा, ताकि आमजन को बेहतर जनसुविधाएं मुहैया कराई जा सकें।