Edited By Rakhi Yadav, Updated: 09 Jun, 2018 10:21 AM
खिलाडिय़ों को अपनी आमदनी में से 33 प्रतिशत स्पोर्ट्स काऊंसिल में जमा कराने के नोटिफिकेशन पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह दोहरी मार मारने की पॉलिसी है। एक तो खेलों में भाग लेने या खेलों से....
रोहतक : खिलाडिय़ों को अपनी आमदनी में से 33 प्रतिशत स्पोर्ट्स काऊंसिल में जमा कराने के नोटिफिकेशन पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह दोहरी मार मारने की पॉलिसी है। एक तो खेलों में भाग लेने या खेलों से सम्बंधित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए ली गई छुट्टी पर उनकी तनख्वाह काटी जाएगी और दूसरी और ईनाम राशि में से एक तिहाई हिस्सा स्पोर्ट्स काऊंसिल में जाएगा।
यह सरकार इनको प्रोत्साहन देने की जगह हतोत्साहित करने का काम कर रही है। सरकार को यह नोटिफिकैशन तुरंत वापस लेना चाहिए। कांग्रेस सरकार की खेल नीति को दोबारा से बहाल करने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि जिस नीति (पदक लाओ, पद पाओ) से हरियाणा के लगभग 700 खिलाडिय़ों को नौकरी और देश में सर्वाधिक प्रोत्साहन राशि मिली व हरियाणा खेलों में नम्बर 1 बना, उसको बदलकर सरकार सिर्फ अपनी फजीहत करा रही है। लगातार खिलाड़ियों का अपमान करने वाले मुख्यमंत्री व खेल मंत्री को उनसे माफी मांगनी चाहिए।