Edited By Deepak Paul, Updated: 21 Jul, 2018 01:04 PM
बिजली विभाग की लापरवाही के कारण 2 हजार से अधिक उद्यमियों को भी अपने बिल का तीन प्रतिशत जुर्माना भरना पड़ेगा। बिल भरने की अंतिम तारीख से पहले ही विभाग का ऑनलाइन पोर्टल बंद हो गया। जिससे एनआईटी सबडिवीजन के अधिकतर इंडस्ट्री का बिल जमा नहीं हो सका। वहीं...
फरीदाबाद (दीपक): बिजली विभाग की लापरवाही के कारण 2 हजार से अधिक उद्यमियों को भी अपने बिल का तीन प्रतिशत जुर्माना भरना पड़ेगा। बिल भरने की अंतिम तारीख से पहले ही विभाग का ऑनलाइन पोर्टल बंद हो गया। जिससे एनआईटी सबडिवीजन के अधिकतर इंडस्ट्री का बिल जमा नहीं हो सका। वहीं जो उद्यमी बिजली विभाग में ड्राफ्ट और चेक लेकर बिल जमा कराने गए। उनसें कहा गया कि बिल ऑनलाइन ही जमा हो सकता है। ऐसे में उद्यमियों को मायूस होकर लौटना पड़ा।
पिछले साल प्रदेश सरकार ने आदेश जारी किए थे कि इंडस्ट्री का बिल ऑनलाइन जमा होगा। चेक या ड्राफ्ट से किसी भी तरह के बिल मंजूर नहीं किए जाएंगे। इस फैसले को लागू करने के पीछे सरकार की मंशा बिल में होने वाली गड़बड़ी और भ्रष्टाचार को खत्म करने की थी। बिल जमा करने के लिए पोर्टल बनाया गया था। लघु उद्योग भारती के अनुसार हर सबडिवीजन में बिल भरने की अंतिम तारीख अलग-अलग होती है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि सर्वर पर अधिक लोड न पड़े। एनआईटी सबडिवीजन की अंतिम तारीख 19 जुलाई रखी गई थी, लेकिन अंतिम तारीख से तीन दिन पहले ही पोर्टल बंद हो गया।
उद्यमी राहुल प्रकाश के अनुसार वह 17 जुलाई से ऑनलाइन बिल जमा करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन हर बार सर्वर ठप्प होने के कारण पेमेंट मंजूर नहीं होती। इस बात की शिकायत उन्होंने बिजली विभाग में दी थी। एनआईटी सबडिवीजन के उद्यमियों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही का खामियाजा उन्हें क्यों भुगतना पड़ रहा है। वह पिछले तीन दिन से विभाग में पोर्टल बंद होने की शिकायत कर रहे हैं। फोन और वाट्सएप के माध्यम से अधिकारियों को कई बार सूचना भी दी जा चुकी है। लेकिन कोई भी अधिकारी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है।