स्वच्छ सर्वेक्षण के अब 4 हजार नंबर नहीं, मिलेंगे 7 स्टार

Edited By Deepak Paul, Updated: 31 Mar, 2018 02:00 PM

clean survey will not get 4 thousand numbers 7 stars

वर्ष 2018 के स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए अब 4 हजार अंकों की दौड़ खत्म कर दी गई। अब देश के 4041 शहरों की स्वच्छता में पहचान 4 हजार नंबरों से नहीं बल्कि 1 से 7 स्टार रेटिंग से होगी। इसके लिए स्टार रेटिंग आॅफ गारबेज फ्री सिटी प्रोजेक्ट शुरू किया गया है।...

रोहतक(ब्यूरो): वर्ष 2018 के स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए अब 4 हजार अंकों की दौड़ खत्म कर दी गई। अब देश के 4041 शहरों की स्वच्छता में पहचान 4 हजार नंबरों से नहीं बल्कि 1 से 7 स्टार रेटिंग से होगी। इसके लिए स्टार रेटिंग आॅफ गारबेज फ्री सिटी प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। टूरिज्म इंडस्ट्री से जोड़ते हुए इसका आधार स्टार रेटिंग फॉर गारबेज फ्री सिस्टम को बनाया गया है यानी डोर टू डोर कूड़ा काे अलग करना, उठान और उसके निस्तारण की भूमिका निर्णायक होगी।  

स्वच्छ भारत मिशन की ओर से 23 जनवरी को ही इस संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी गई थी। इसके तहत रेजीडेंशियल एरिया में कम से कम दिन में एक बार और काॅमर्शियल एरिया में दो बार सफाई कराने के साथ ही कूड़ा लिफ्ट करना होगा। साथ ही शहर के किसी भी कोने की बजाय कचरा सीधे डस्टबिन में ही दिखाई पड़ना स्टार रेटिंग की अनिवार्य शर्त है। इससे पहले पूरे नंबर टीम के सर्वे और पब्लिक फीडबैक को जोड़कर दिए जाते थे। 

राज्य व केंद्र की एजेंसी करेगी, स्टार रेटिंग का सत्यापन 
स्टार 1, 2 और 4 की रेटिंग स्वयं निकाय करेंगे, लेकिन उसका मौके पर सत्यापन प्रदेश सरकार की ओर से नियुक्त की गई स्वतंत्र एजेंसी की टीम करेगी। दूसरी ओर स्टार 3, 5 और 7 का सत्यापन भारत सरकार की ओर से नियुक्त स्वतंत्र एजेंसी के जरिए कराया जाएगा, जबकि स्टार 6 को रेटिंग में कुछ विशेष अहमियत नहीं मिली है। सारा फोकस स्टार 3, 5 व 7 पर ही किया गया है। 

ये सर्विसेज हैं स्टार रेटिंग का आधार :स्टार रेटिंग आॅफ गारबेज फ्री सिटी के लिए स्वच्छ भारत भारत मिशन के अंतर्गत एक दर्जन सर्विसेज निर्धारित की गई है। इनके आधार पर ही शहरों को 1 से 7 स्टार तक की रेटिंग दी जाएगी। इसमें डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन, उसका सेग्रीगेशन, घर पर कचरे का पृथिकरण, रेजीडेंशियल एरिया में एक बार व कॉमर्शियल एरिया में दिन में दो बार सफाई, ट्रांसपोर्टेशन ऑफ गारबेज, हर दिन गारबेज की प्रोसेसिंग- जिसमें खाद या बिजली उत्पादन यूनिट का संचालन, बल्क वेस्ट जनरेटर यूनिट‌्स, तालाबों, नाले व नालियों की सफाई, 50 माइक्रान से कम की पॉलिथीन को प्रतिबंधित करना, सी एंड वेस्ट (कंस्ट्रक्शन एंड डिमालिशन वेस्ट) से निर्धारित स्थल पर टाइलों का प्रोडक्शन और 7 स्टार के लिए स्मार्ट तरीके से शहर का ब्यूटीफिकेशन को शामिल किया गया है। 

स्वच्छ रखने होंगे तालाब जैसे पानी के स्रोत 
स्टार रेटिंग के लिए शहर में स्थित तालाब, जोहड़ आदि जलस्रोतों काे स्वच्छ रखना जरूरी है। उसकी सतह तक गंदगी नहीं दिखनी चाहिए। इसी क्रम में बरसाती नाले, नालियों के आसपास भी कूड़ा मिलने से रेटिंग गिरेगी। 

60 % कूड़े से खाद या बिजली बने 
स्टार रेटिंग ऑफ गारबेज फ्री सिटी के तय मानकों के अनुसार शहर के बल्क वेस्ट जेनरेटर यूनिट्स को गारबेज प्रोसेसिंग यूनिट्स लगाना जरूरी है, जिसमें 60 फीसदी कूड़े से खाद या बिजली बनाई जा सके। इसके लिए नगर निकाय को ठोस कचरा प्रबंधन अधिनियम 2016 के तहत संबंधित यूनिट्स को नोटिफिकेशन जारी करनी होगी। 

प्रोजेक्ट के कुछ कंपोनेंट पर काम शुरू : रविंद्र कुमार 
स्टार रेटिंग ऑफ गारबेज फ्री सिटी प्रोजेक्ट की नोटिफिकेशन नगर निगम के पास आ चुकी है। इसके कुछ कंपोनेंट पर काम भी शुरू कर दिया गया है। जल्दी ही इस प्रोजेक्ट पर पूरी क्षमता के साथ ग्राउंड वर्क होगा, ताकि आसानी से लक्ष्य हासिल किया जा सके। 

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