Edited By Isha, Updated: 13 Dec, 2019 12:02 PM
नागरिकता संशोधन विधेयक-2019 के पास होने के बाद अब हरियाणा में रहने वाले सैकड़ों विदेशियों में भारत की नागरिकता मिलने की आस जागी है। मौजूदा समय में प्रदेश में करीब 600 विदेशी नागरिक
चंडीगढ़ (अविनाश पांडेय): नागरिकता संशोधन विधेयक-2019 के पास होने के बाद अब हरियाणा में रहने वाले सैकड़ों विदेशियों में भारत की नागरिकता मिलने की आस जागी है। मौजूदा समय में प्रदेश में करीब 600 विदेशी नागरिक रह रहे हैं,जिसमें से 459 पाकिस्तानी नागरिक हैं,जो सभी हिंदू हैं। 375 विदेशी नागरिक वर्षों पहले भारत की नागरिकता के लिए आवेदन कर चुके हैं जबकि अन्य वीजा के जरिए प्रवास कर रहे हैं। बिल पास होने के बाद अब विदेशियों खासकर हिंदू नागरिकों में खुद से ही भारत की नागरिकता मिलने का रास्ता खुल गया है। सबसे ज्यादा विदेशी नागरिक फरीदाबाद में रह रहे हैं, जिनमें से 214 पाकिस्तान जबकि 40 से ज्यादा अफगान,बंगलादेश व अन्य देशों के हैं।
गृह विभाग के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या सबसे ज्यादा है। सभी विदेशी नागरिक वीजा के जरिए प्रवास कर रहे हैं और हर वर्ष वीजा बढ़ाया जाता है। सभी परिवार भारत-पाक विभाजन के कुछ समय बाद ही हरियाणा आ गए थे,जो शरणार्थी के तौर पर वीजा के जरिए रह रहे हैं। कुछ नागरिक अफगान और बंगलादेश के भी हैं।
गृह विभाग विदेशी नागरिकों पर रखता है नजर
कई दशकों से शरणार्थी के तौर पर रहने वाले पाकिस्तानी ङ्क्षहदुओं पर गृह विभाग की पूरी नजर रहती है। प्राथमिकता के आधार पर वीजा बढ़ाया जाता रहा है। गृह विभाग में अलग से विंग बनी है,जो गृह और विदेश मंत्रालय को समय-समय पर रिपोर्ट देती रहती है। ये है हरियाणा में रह रहे विदेशी
नागरिकोंं का ब्यौरा
जिला |
संख्या |
देश |
पानीपत |
05 |
पाकिस्तान |
अंबाला |
42 |
पाकिस्तान |
करनाल |
01 |
पाकिस्तान |
कुरुक्षेत्र |
03 |
पाकिस्तान |
हिसार |
01 |
पाकिस्तान |
पलवल |
03 |
पाकिस्तान |
कैथल |
01 |
पाकिस्तान |
फतेहाबाद |
27 |
पाकिस्तान |
रोहतक |
28 |
पाकिस्तान |
सिरसा |
68 |
पाकिस्तान |
यमुनानगर |
57 |
पाकिस्तान |
झज्जर |
01 |
पाकिस्तान |
पंचकूला |
01 |
पाकिस्तान |
गुरुग्राम |
08 |
पाकिस्तान |
फरीदाबाद |
214 |
पाकिस्तान |
हरियाणा में रहने वाले पाकिस्तानी गैर मुस्लिमों को मिलेगा न्याय : विज
गृहमंत्री अनिल विज ने नागरिकता संशोधन बिल पारित होने के फैसले को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि वर्षों से इंतजार करने वाले परिवारों को न्याय मिल सकेगा,जो पाकिस्तान जैसे देश में उत्पीडऩ व अन्याय से परेशान होकर हरियाणा व दूसरे प्रदेशों में चले आए थे तथा शरणार्थी बनकर रह रहे हैं। हरियाणा में अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श व अध्ययन के बाद में ऐसे परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर नागरिकता दी जाएगी। पाकिस्तान जैसे देशों से आने वाले गैर मुस्लिम परिवार, जो हरियाणा में हैं, को नागरिकता दी जाएगी जबकि अवैध तरीके से रहने वाले मुस्लिम परिवारों को वापस भेजा जाएगा।