Edited By Rakhi Yadav, Updated: 26 Sep, 2018 03:32 PM
गुहला चीका नगर पालिका की चेयरपर्सन अमनदीप शर्मा के खिलाफ पार्षदों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया और विपक्ष का कोई भी पार्षद मौके पर नहीं पहुंचा। जिसके बाद एसडीएम.....
गुहला चीका(जे.बी गोयल): गुहला चीका नगर पालिका की चेयरपर्सन अमनदीप शर्मा के खिलाफ पार्षदों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया और विपक्ष का कोई भी पार्षद मौके पर नहीं पहुंचा। जिसके बाद एसडीएम गुहला ने कोरम ना होने पर अविश्वास प्रस्ताव गिरने की घोषणा कर दी। जिसके बाद जीत की खबर मिलते ही चेयरपर्सन अमनदीप शर्मा के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और उनके जिंदाबाद के नारे लगने लगे।
इस पूरे मामले पर माननीय उच्च न्यायालय की पैनी नजर थी। अमनदीप शर्मा ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर अविश्वास प्रस्ताव की तिथि स्थगित होने की आशंका जाहिर की थी इसके बाद हाईकोर्ट ने कहा था कि आशंका के आधार पर कोर्ट कोई भी फैसला नहीं ले सकता और अगली सुनवाई चुनाव स्थगित होने पर 28 तारीख को निर्धारित की थी। इस याचिका में अमनदीप शर्मा ने संविधान के आर्टिकल 21 को आधार बनाते हुए कहा था कि वह गर्भवती है।
जिसके अनुसार गर्भवती औरत को 14 सप्ताह तक अपने शिशु की रक्षा के लिए किसी भी बैठक या मीटिंग से छुट्टी लेने का अधिकार है। अविश्वास प्रस्ताव की तिथि को स्थगित ना किया जाए और चुनाव अधिकारी बीमार या छुट्टी लेने पर किसी अन्य अधिकारी की व्यवस्था की जाए। अमनदीप शर्मा को यह अंदेशा था कि विपक्षी पार्षद या किसी राजनेता के दबाव में आकर अधिकारियों द्वारा यह तिथि स्थगित न कर दी जाए। इसके लिए पार्षद रिंपल रानी ने उपायुक्त कैथल और मुख्य सचिव को अविश्वास प्रस्ताव निर्धारित तिथि पर करने के लिए गुहार लगाई थी
सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त
प्रशासन द्वारा किसी भी चुनौती से निपटने के लिए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे। नगर पालिका के चारों और धारा 144 लगाई गई थी और नगर पालिका के आसपास के पूरे बाजार को बंद करवा दिया गया था ताकि कोई अप्रिय घटना ना घट सके। प्रशासन द्वारा नगर पालिका के चारों ओर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। जिसमें लेडीज पुलिस की भी भारी मात्रा में तैनात थी और नगर पालिका परिसर में किसी भी बाहरी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं थी। यहां तक की चेयरपर्सन और उनके साथ आई पार्षद रिंपल रानी को भी पुलिस ने आई कार्ड चेक करने के बाद ही मीटिंग हॉल में जाने दिया।