Edited By Isha, Updated: 19 Feb, 2021 04:47 PM
केंद्र सरकार द्वारा पारित टीम कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन लगातार जारी है और 26 जनवरी के प्रकरण के बाद जिस तरह से आंदोलन में एक बार गिरावट देखने को मिली थी लेकिन राकेश टिकैत
सोनीपत (पवन राठी): केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानून के विरोध में किसानों का दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन लगातार जारी है और इसी बीच आज भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी का एक बड़ा बयान सामने आया है।
उन्होंने कहा कि जो आंदोलन चल रहा है। वह ठीक ढंग से और सुचारू रूप से चल रहा है जो आज पंचायतों का दौर शुरू हुआ है उसकी हरियाणा और पंजाब में कोई जरूरत नहीं है। यहां पर पहले से ही आंदोलन को लेकर अच्छी जागृति है मेरे ख्याल से लोग भी इसको नहीं चाह रहे हैं। मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि हरियाणा और पंजाब में सभी भाई यह पंचायत बंद कर दें। खासकर खाप और अन्य भाइयों से मैं अनुरोध कर रहा हूं, मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि यह पंचायती अन्य राज्यों में हो क्योंकि अगर पंचायतें हरियाणा पंजाब में हो रही है तो हमें अन्य राज्यों में जाने का समय कम मिलता है।
हरियाणा और पंजाब के भाई धरनों पर ज्यादा ध्यान दे सिस्टम बनाने की हर गांव में से वहां पर इतनी आदमी जाएंगे। गांव वाले भाइयों से अनुरोध करूंगा कि वह दलित भाइयों और मजदूरों को लेकर साथ चले और उनको भी इस पूरे आंदोलन की बागडोर संभालने का मौका दें। अब फसल काटने का भी समय आने वाला है और हमें आवश्यकता पड़ी तो उस समय भी हमें आंदोलन चलाना पड़ेगा। अगर कोई भाई आंदोलन में शामिल है और उसका काम खराब हो रहा है तो गांव में रहने वाले भाई उसका काम संभाले ।
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