Edited By Isha, Updated: 05 Jan, 2021 10:49 AM
जींद उचाना एसडीएम कार्यालय कंप्यूटर ऑप्रेटर आत्महत्या के मामले में ब्राह्मण सभा तथा ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति ने सीबीआई तथा एसआईटी से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने साफ कहा कि अगर एसडीएम उचाना का तत्काल
जींद(अनिल): जींद उचाना एसडीएम कार्यालय कंप्यूटर ऑप्रेटर आत्महत्या के मामले में ब्राह्मण सभा तथा ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति ने सीबीआई तथा एसआईटी से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने साफ कहा कि अगर एसडीएम उचाना का तत्काल ट्रांसफर व अन्य नामजद लोगों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होती तो 7 जनवरी को आंदोलन करेंगे। उन्होंने मांग की कि मृतका के पति को सरकारी नौकरी तथा दस लाख रुपये आर्थिक सहायता दी जाए। ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिराम दीक्षित समेत अन्य पदाधिकारी ने बुलाई थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि 31 दिसबर की रात को एसडीएम कार्यालय उचाना में कार्यरत कंप्यूटर ऑप्रेटर गांव खटकड़ निवासी महिला ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतका द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में उचाना के एसडीएम समेत 12 लोगों को मौत के लिए जिम्मेवार ठहराया गया है। जिसकी वायस रिकॉर्डिंग मृतका ने छोड़ी है। घटना को चार दिन बीत चुके हैं अब तक न तो एसडीएम का ट्रांसफर किया गया है न ही नामजद कर्मियों व अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब तक के हालातों से स्थानीय प्रशासन की जांच पर उन्हें विश्वास नहीं है। इसलिए महिला ऑप्रेटर की आत्महत्या की जांच सीबीआई या एसआईटी से करवाई जाए। ताकि उचाना एसडीएम कार्यालय में लाइसेंसों व अन्य मामलों में हो रहे फर्जीवाड़े का खुलासा हो सके।
एसडीएम के पद पर रहने के कारण जांच निष्पक्षता से नहीं हो सकती। उन्होंने मांग की कि एसडीएम का तत्काल प्रभाव से तबादला किया जाए। नामजद लोगों को जल्द गिर तार किया जाए। साथ ही मृतका के पति दिनेश को सरकारी नौकरी तथा दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने चेताया कि अगर सात जनवरी तक उनकी मांगों पर सकारात्मक जवाब नहीं मिलता तो आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।