Edited By Isha, Updated: 04 Mar, 2020 08:50 AM
प्रदेश में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों के हुए नुक्सान का मामला आज हरियाणा विधानसभा में गूंजा। इस संबंध में कांग्रेस सदस्य सुरेंद्र पंवार, सुभाष गोगली, मेवा सिंह, शैली चौधरी.
चंडीगढ़ : प्रदेश में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों के हुए नुक्सान का मामला आज हरियाणा विधानसभा में गूंजा। इस संबंध में कांग्रेस सदस्य सुरेंद्र पंवार, सुभाष गोगली, मेवा सिंह, शैली चौधरी, शमशेर सिंह गोगी, जंगबीर सिंह मलिक, गीता भुक्कल व नीरज शर्मा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाए थे।
जवाब में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सदन को बताया कि हरियाणा सरकार बारिश, ओलावृष्टि व तेज आंधी से फसलों के नुक्सान की विशेष गिरदावरी करवा रही है। संबंधित जिलों के उपायुक्तों को इस संदर्भ में आदेश दिए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल बीमा कंपनियां ड्रोन के जरिए नुक्सान का आंकलन करवा रही हैं।
मैनुअल गिरदावरी में होती है धांधली : गोगी
असंध विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि मैन्युअल गिरदावरी में धांधली होती है। सैटिंग करके उन किसानों को मुआवजा दिलवा दिया जाता है, जिनके यहां नुक्सान ही नहीं हुआ। सरकार को चाहिए कि सैटेलाइट के जरिए नुक्सान का आंकलन करवाए। इस पर दुष्यंत ने कहा कि ड्रोन से सर्वे करवाया जा रहा है। अगर जरूरत होगी तो सरकार सैटेलाइट से भी नुक्सान का आंकलन करवाएगी।
पहले झज्जर के साथ किया गया भेदभाव
पूर्व शिक्षा मंत्री व झज्जर विधायक गीता भुक्कल ने आरोप लगाए कि पहले हुए नुक्सान की भरपाई में भी सरकार ने भेदभाव किया है। झज्जर के लोगों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। उनके हलके में किसानों की लाखों एकड़ जमीन बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई है। 29 फरवरी व 1 मार्च को हुई बारिश और ओलावृष्टि से भी फसल खराब हुई हैं।