भारी विरोध के बावजूद शुरू की गई किलोमीटर स्कीम के तहत बस सेवा, प्रदर्शनकारियों को हिरासत में रखा(VID

Edited By Shivam, Updated: 27 Dec, 2019 05:30 PM

कर्मचारी यूनियनों के विरोध के बावजूद शुक्रवार को हरियाणा के परिवहन मंत्री ने पुलिस पहरे में गुरुग्राम से 5 बसों को हरी झंडी दिखाकर किलोमीटर स्कीम बस सेवा शुरू कर दी। बड़ी संख्या में मौजूद पुलिसकर्मियों के चलते रोडवेज कर्मचारी डिपो के अंदर नहीं आ...

गुरुग्राम(मोहित): कर्मचारी यूनियनों के विरोध के बावजूद शुक्रवार को हरियाणा के परिवहन मंत्री ने पुलिस पहरे में गुरुग्राम से 5 बसों को हरी झंडी दिखाकर किलोमीटर स्कीम बस सेवा शुरू कर दी। बड़ी संख्या में मौजूद पुलिसकर्मियों के चलते रोडवेज कर्मचारी डिपो के अंदर नहीं आ सके। वहीं प्रदर्शन कर रहे 15 कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। कर्मचारी यूनियन ने इसे निजीकरण बताया तो परिवहन मंत्री ने इसे सिरे से नकार दिया है।

गुरुग्राम बस स्टैंड पर 5 निजी बसों को किलोमीटर स्कीम के तहत रवाना करने पहुंचे परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि किलोमीटर स्कीम के तहत 190 बसों की शुरूआत की है। पहले चरण में 5 बसें गुरुग्राम, पलवल और फरीदाबाद से रवाना की गई हैं। शर्मा ने कहा कि हरियाणा में बसों के बेड़े में कमी को दूर करने का काम किया है। यूनियन का निजीकरण का आरोप बेबुनियादी है। सरकारी खर्च से वीडियो कोच बसें खरीदी गई हैं, इसके अलावा 150 बसें खरीदी गई हैं। वहीं 350 बसें अलग से खरीदे जानी हैं। सरकारी खजाने से हरियाणा के बसों के बेड़े को पूरा नहीं किया जा सकता, इसलिए किलोमीटर स्कीम के तहत बसें शुरू की गई हैं।

क्या है किलोमीटर स्कीम
किलोमीटर स्कीम के तहत सरकार ने प्राइवेट बस ऑपरेटर की बसों को चलाया है। इन बसों पर ड्राइवर बस ऑपरेटर का होगा, जबकि कंडक्टर हरियाणा रोडवेज का होगा। सरकार इन बसों को प्रति किलोमीटर 26 रुपये 95 पैसे देगी। सरकार का तर्क है कि सरकारी बस चलाने पर उन्हें 52 रुपये खर्च वहन करना पड़ता है। वहीं हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन इसका काफी समय से विरोध कर रही है। इसके लिए कई बार चक्का जाम हो चुका है। इस किलोमीटर स्कीम में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे, जिस पर सरकार द्वारा कार्रवाई भी की गई।

कर्मचारी यूनियन हर रोज कर रही दो घंटे प्रदर्शन
किलोमीटर स्कीम को लेकर रोडवेज कर्मचारी बीते गुरुवार से प्रत्येक डिपो में दो घंटे प्रदर्शन कर रही हैं। कर्मचारी यूनियनों का आरोप है कि सरकार अपने चहेते साहूकारों को फायदा पहुंचाने के लिये प्राइवेट बसें ठेके पर लेकर चलाने की जिद्द पर अड़ी है। उन्होंने 510 प्राइवेट बसों की टेंडर प्रक्रिया में 900 करोड़ रुपए का घोटाला साबित होने के साथ विभाग के कई अधिकारियों को दोषी ठहराया जा चुका है। फिर भी वर्तमान परिवहन मंत्री घोटाले से सबक नहीं लेकर कर्मचारियों को एक बार फिर बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर कर रहे हैं। यूनियन 29 दिसंबर को कर्मचारी भवन रोहतक में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी की ओर से राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन करेगी। 8 जनवरी को प्रदेश के 18 हजार कर्मचारी पूर्ण चक्का जाम हड़ताल करेंगे।

भूपेंद्र हुड्डा ने बताया घोटाला
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किलोमीटर स्कीम को घोटाला बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार निजी ऑपरेटर से बसें चलवाने की बजाए, नई बसें क्यों नहीं खरीद रही है। कर्मचारी इस स्कीम का विरोध कर रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।

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