Edited By Punjab Kesari, Updated: 10 Sep, 2017 04:19 PM
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह किसानों को बर्बाद करना चहती है।
चंडीगढ़:पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह किसानों को बर्बाद करना चहती है। परंतु वे किसी भी सूरत में भाजपा के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। हुड्डा ने जिला चरखी दादरी के मकड़ानी गांव के 8 किसानों की करोड़ों की जमीन को मात्र 32 लाख 58 हजार में नीलामी का जिक्र करते हुए कहा कि नीलामी स्थगित करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि नीलामी रद्द करनी होगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू करने व हर हाल में किसानों की जमीन नीलाम न करने का वायदा किया था। पर आज किसानों को उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिल रहा है। आज दक्षिण हरियाणा की प्रमुख फसल बाजरा मार्कीट में 1100 से 1150 रुपए प्रति क्विंटलमें खरीदा जा रहा है, जबकि बाजरे का समर्थन मूल्य 1425 रुपए प्रति क्विंटल है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों की आंखों में धूल झोंक रही है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कृषि मंत्री को खुद अपने जिले के गांव मकड़ानी में किसानों की जमीन नीलाम होने का पता तक नहीं है।
हुड्डा ने कहा कि आज किसान करवट ले रहा है और वे स्वयं अपने अन्य साथियों के साथ प्रदेशभर के किसानों को जागरूक व एकजुट करने के लिए किसान पंचायतें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक व पंजाब तथा भाजपा शासित उत्तर प्रदेश किसानों का कर्ज माफ कर सकते हैं तो हरियाणा सरकार ऐसा क्यों नहीं कर सकती। हुड्डा ने कहा कि नोटबंदी व जी.एस.टी. ने छोटे व्यवसायियों की कमर तोड़ कर रख दी, वहीं युवाओं के लिए नए रोजगार की संभावना भी खत्म कर दी। अत: जरूरी हो गया है व समय की भी मांग है कि सब मिलकर जन-विरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ लड़ें।