Edited By Deepak Paul, Updated: 06 Dec, 2018 02:16 PM
कांग्रेस विधायक करण दलाल ने भाजपा को अाड़े हाथों लेते हुए जमकर निशाने साधे। उन्होंने प्रदेश सीएम मनोहर लाल खट्टर पर प्रदेश में दंगे करवाने और घोटाले करने के अारोप लगाए। उन्होंने खट्टर सरकार पर अारोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने एक एेसा जवान को पुलिस...
चंडीगढ़(धरणी): कांग्रेस विधायक करण दलाल ने भाजपा को अाड़े हाथों लेते हुए जमकर निशाने साधे। उन्होंने प्रदेश सीएम मनोहर लाल खट्टर पर प्रदेश में दंगे करवाने और घोटाले करने के अारोप लगाए। उन्होंने खट्टर सरकार पर अारोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने एक एेसा जवान को पुलिस अधिकारी लगाया है, जो विभाग में पूरी तरह से फेल साबित हुए। खचट्चर ने इस अधिकारी की बदौलत ही विभाग को लूटने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर उतनी बिजली बाहर से खरीदते हैं जितनी प्ररदेश को जरूरत भी नहीं है, लेकिन अगर वे एेसा न करें तो घोटाला कैसे होगा। जो बिजली खरीद रहे है उसे ही दूसरे प्रदेशों में सस्ते दाम पर बेचा जा रहा है। शत्रुजीत कूपर आईपीएस अइस समय बिजली विभाग के एमडी हैं,जिसके चलते अासानी से हजारों करोड़ों का घपला करके पैसों को अपनी झोली में डाला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 1.29 लाख करोड़ का बिल बनाकर पेश किया गया और दलील दी गई कि विदेशों से खरीदी गई है और ये अन्हासमेन्ट के तौर पर मांग रहे हैं। (अडानी अम्बानी एसआर लिमिटेड और टाटा की कंपनियां ) सरकार इस का भुकतान करने की तैयारी कर रही है । उन्होंने कहा कि मेरा सीधा अारोप सीएम खट्टर पर है अगर वे चाहते है तों डिफेरमेशन कर सकते हैं, लेकिन डिफेरमेशन करने के लिए भी तो कुछ होना चाहिे, जिन्होंने विकास के नाम पर केवल घोटाले किए होंगे वे क्या डिफेरमेशन करेंगे। दलाल ने कहा कि सिरसा और हिसार में ढाणियों में बिजली कनेक्शन दिए गए हैं जो पूरे प्रदेश में पेंडिग पड़े हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गी तो हमारी सरकार अाने के बाद मनोहर लाल खट्टर और शत्रुजीत कूपर को सीधे गिरफ्तार किया जाएगा।
दलाल ने कहा कि सरकार ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर अारोप लगाए हैं कि agl को प्लाट दिया, लेकिन सरकार अपने बारे में नहीं बता रही है कि वे बिजली विभाग को गिरवी रखने काकाम कर रही है। सरकार केवल सिंगल टेंडल पर काम अलॉट करवाने के काम कर रही है। अखबारों में अाए दिन पावर डिपार्टमेंट के सब से ज्यादा कोरिजेंडम छपते हैं, जो इस बात का सबूत है कि सरकार केवल अपने नीजियों को काम अलाट करवाने का काम कर रही है। सीएम इमानदार होने का केवल ढोंग कर रहे हैं।
अगर खट्टर में हिम्मत है तो वे मुझे चार्जशीट को लेकर बुलाए और अपने सारे अधिकारियों को इसे पढ़ाए। अगर फिर इसमें कुछ गलत निकलता है तो मेरे खिलाफ एफअाईअार दर्ज की जाए। इस मामले को लेकर उनका कहना है कि महामहीम इस पर कार्रवाई करें और जनता को इन सबसे निजात दिलवाए।