Edited By vinod kumar, Updated: 11 Nov, 2020 06:11 PM
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने अपने बेबाक अंदाज में कहा कि बरोदा उपचुनाव में कहीं ना कहीं चूक हुई है। उन्होंने कहा कि वोट प्रतिशत 36 से बढ़कर 40% हुआ है, लेकिन यह भी सही है कि बीजेपी का ग्रामीण परिपेक्ष में काडर मजबूत...
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने अपने बेबाक अंदाज में कहा कि बरोदा उपचुनाव में कहीं ना कहीं चूक हुई है। उन्होंने कहा कि वोट प्रतिशत 36 से बढ़कर 40% हुआ है, लेकिन यह भी सही है कि बीजेपी का ग्रामीण परिपेक्ष में काडर मजबूत करने के लिए अभी बहुत काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बरोदा उपचुनाव में हार का कारण तीन कृषि कानून भी रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज करने से काडर मजबूत नहीं होता। उन्होंने कहा कि यह भी चिंतन करने की जरूरत है कि अगर भाजपा जजपा गठबंधन चलाना है तो उसे कारगर बनाना होगा, वरना गठबंधन से लाभ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय दल अपने पैरों पर खड़ा होना चाहिए वरना महाराष्ट्र में देखा गठबंधन करने वाले ही छोड़ कर चले गए।
उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला मेरी पत्नी को हराकर डिप्टी सीएम बने हैं मैं उनके बारे में कुछ कहूंगा अच्छा नहीं लगता। बिरेंदर ने कहा कि 2013 से मोदी के नेतृत्व में बीजेपी मजबूत स्थिति में आ रही है। इसलिए गठबंधन को अलग करके पार्टी को मजबूत करें। ताकि किसी पर डिपेंड न रहना पड़े। उन्होंने कहा कि गठबंधन से क्षेत्रीय पार्टियों को बल मिलता है।
भाजपा नेता ने यह भी कहा की बरोदा उपचुनाव के हार के तीन कानून भी एक कारण रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन कानूनों को किसानों ने गलत माना है। बीरेंद्र ने कहा कि कानून ठीक है, बीजेपी के ग्रास रूट के लोगों ने लोगों को समझाने की कोशिश नहीं की। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने अपने बेबाक अंदाज में गठबंधन पर सवाल उठाकर भाजपा के लिए भी मुश्किलें पैदा कर दी हैं, अब देखना होगा उनके इस बयान को भाजपा जजपा नेता किस संदर्भ में लेते हैं।